बांके बिहारी कॉरिडोर: एक ही घर में दो सुर, प्रेमानंद महाराज के गुरू विरोध में… तो पिता ने किया समर्थन

विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के बनने वाले कॉरिडोर को लेकर जंग सी छिंड़ी हुई है. इसे लेकर गोस्वामी समाज के एक ही घर में दो गुट दिखाई दे रहे हैं. इस कारिडोर को लेकर प्रेमानंद महाराज के गुरु मोहित मराल गोस्वामी ने अपना विरोध जताया तो वहीं दूसरी तरफ प्रेमानंद महाराज के गुरु यानी मोहित गोस्वामी के पिता राधेश लाल गोस्वामी इसको लेकर समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं. ये पूरा विवाद अचानक कैसे उठ खड़ा हुआ, आपको सिलसिलेवार तरीके से समझाते हैं.

बांके बिहारी मंदिर Image Credit:

वृंदावन के प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के प्रस्तावित कॉरिडोर को लेकर एक बार विवाद गहरा होता जा रहा है. कॉरिडोर बनाए जाने को लेकर जहां एक तरफ गोस्वामी समाज का एक धड़ा विरोध कर रहा है तो वहीं इसी समाज का दूसरा धड़ा इसके समर्थन में खड़ा नजर आ रहा है. मामला ज्यादा पेंचीदा तब हो गया जब इस मुद्दे पर एक ही परिवार के दो सदस्यों के अलग-अलग बयान सामने आए. प्रेमानंद महाराज के गुरु मोहित मराल गोस्वामी इस कॉरिडोर के विरोध में दिखाई दे रहे हैं, वहीं उनके पिता राधेश लाल गोस्वामी ने इसका समर्थन कर दिया है.

पिता- पुत्र की राय अलग

मोहित मराल गोस्वामी का कहना है कि यह कॉरिडोर ब्रज की पारंपरिक संस्कृति को खत्म कर देगा. वे सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो शेयर कर इस कॉरिडोर का विरोध कर रहे हैं. वे लगातार आरोप लगा रहे हैं कि सरकार यहां मूलभूत सुविधाएं नहीं दे पा रही है तो ऐसे में कॉरिडोर बनाने क्या जरूरत है. वहीं दूसरी ओर, उनके पिता राधेश लाल गोस्वामी का कहना है कि जो कुछ भी हो रहा है, वह विकास के लिए उठाया गया कदम है. उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत को लेकर सवाल नही किया जाना चाहिए क्योकि वो बांके बिहारी मंदिर का विकास करना चाहती है. उन्होंने कहा कि इस कॉरिडोर के बन जाने से इसका लाभ सबको मिलेगा.