बांके बिहारी की मंगला आरती में ब्रजवासियों की नो-एंट्री! जारी हुए थे 500 पास, लेकिन नजर आई केवल पुलिस

ठाकुर बांके बिहारी की मंगला आरती में ब्रजवासियों को ही एंट्री रोक दी गई. वहीं मंदिर के अंदर से एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस वीडियो में मंदिर के अंदर केवल पुलिस ही पुलिस नजर आ रही है. इस बात को लेकर ब्रजवासियों में जबरदस्त आक्रोश है.

बांके बिहारी मंदिर में भरे पुलिस वाले

वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में इस जन्माष्टमी कुछ ऐसा हुआ, जो शायद आज तक नहीं हुआ. यहां ठाकुर बांके बिहारी की मंगला आरती में ब्रजवासियों को ही एंट्री रोक दी गई. वहीं मंदिर के अंदर से एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस वीडियो में मंदिर के अंदर केवल पुलिस ही पुलिस नजर आ रही है. इस बात को लेकर ब्रजवासियों में जबरदस्त आक्रोश है.

उनका कहना है कि ठाकुर जी की मंगला आरती अब तक ब्रजवासी करते आ रहे थे, लेकिन इस बार जनमाष्टमी पर ब्रजवासियों से यह अधिकार भी छीन लिया गया. कहा जा रहा है कि मंगला आरती के लिए 500 लोगों को एंट्री पास दिया गया था. इसमें से 200 पास ब्रजवासियों को दिए गए थे, वहीं बाकी के 300 पास अन्य गणमान्य लोगों को भेजे गए थे. लेकिन मंगला आरती का समय आया तो ब्रजवासियों को ठाकुर जी का आंगन फुल होने की बात कहकर वापस लौटा दिया गया.

वायरल हो रहा वीडियो

वहीं मंगला आरती के वक्त ठाकुर जी के आंगन का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इसमें केवल पुलिस ही पुलिस नजर आ रही है. ब्रजवासियों ने सवाल उठाया है कि अब ठाकुर बांके बिहारी मंदिर का प्रबंधन सरकारी हाथों में है कि निजी हाथों में. कहा कि इस बार जन्माष्टमी पर आयोजित मंगला आरती में ना केवल ब्रजवासियों को रोका गया, बल्कि स्थानीय लोगों एवं आम श्रद्धालुओं को भी दर्शन से वंचित रखा गया.

वीआईपी कल्चर का आरोप

ब्रजवासियों ने पूछा कि जब उन्हें मंदिर में एंट्री नहीं दी गई तो वो कौन 500 लोग हैं, जिन्हें मंगला आरती के लिए वीआईपी पास बांटे गए थे. ब्रजवासियों ने इस अनियमितता को मंदिर कॉरिडोर विवाद से जोड़ने की कोशिश की. कहा कि कॉरिडोर बनने से पहले ही इस मंदिर में वीआईपी कल्चर शुरू हो गया.