बांके बिहारी मंदिर में बाउंसरों के साथ VIP दर्शन, गैंग ने फिक्स कर रहे थे रेट… अब आए पकड़ में

मथुरा के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में VIP दर्शन के नाम पर अवैध वसूली का मामला सामने आया है. माधव बाउंसर ग्रुप नामक एक प्राइवेट कंपनी के बाउंसर श्रद्धालुओं से मनमाना पैसा लेकर VIP दर्शन करवा रहे थे. जब इसके बारे में मंदिर प्रशासन को जानकारी हुई तो उन्होंने केस दर्ज करवाया है.

दो बाउंसर गिरफ्तार

विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है. यहां पर ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए भारी तादाद में श्रद्धालु हर दिन दर्शन करने के लिए आते हैं. लेकिन, इसमें कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए पैसों की फिक्र भी नहीं करते और मनचाहा पैसा देकर वीआईपी दर्शन करना चाहते हैं.

लेकिन, मंदिर में तो एक व्यापार और चल रहा था, जिसमें प्राइवेट कंपनी के बाउंसर की ओर से ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए सर्विस की जा रही थी और सर्विस का चार्ज भी श्रद्धालुओं से लिया जाता था.

मंदिर प्रबंधन ने दर्ज कराया केस

ये सर्विस मथुरा के माधव बाउंसर ग्रुप की ओर से चलाई जा रही थी. ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन करने की स्कीम का पता और खुलासा तब हुआ जब वहां की वीडियो उनके द्वारा ही सोशल मीडिया पर डाली गई थी. सोशल मीडिया पर डालने के बाद इस पर खबर प्रकाशित भी हुई. इसके बारे में सभी को जानकारी हुई. मंदिर प्रबंधक कमेटी ने इस मामले में केस दर्ज करवाया है.

इसमें प्राइवेट कंपनी मनचाहा पैसा लेकर और बिना किसी मंदिर और प्रशासन की परमिशन से श्रद्धालुओं को सर्विस दे रहा था.
जब इस बात की जानकारी मंदिर प्रबंधक कमेटी को हुई तो मंदिर प्रबंधन कमेटी के प्रबंधक मुनिश कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर प्राइवेट कंपनी के दो बाउंसर को गिरफ्तार किया.

कितने पैसे करते थे चार्ज?

प्राइवेट कंपनी के दो बाउंसर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उनका जेल भेज दिया है और कानूनी कार्रवाई की है. माधव बाउंसर ग्रुप के बाउंसर ठाकुर बांके बिहारी महाराज के दर्शन करने और विप सर्विस देने के नाम पर चार्ज लेते थे. इसमें अलग-अलग तरह के चार्ज थे, जिसमें एक बाउंसर के हजार रुपए, महिला बाउंसर के लिए 1200 रुपये और बंदूक धारी बाउंसर के1600 रुपये तय किए गए थे. साथ ही अगर वीआईपी दर्शन करने हैं तो उसका 200 रुपये प्रति व्यक्ति चार्ज अलग-अलग लगता था.