न वेंटिलेशन, न ही ठीक से काम करता है पंखा.. फिर 7 बच्चे हुए बेहोश, एक की हालत नाजुक
बाराबंकी जिले के एक सरकारी स्कूल में भीषण गर्मी और उमस के कारण सात छात्राएं बेहोश हो गईं. यहां पर ज्यादा भीड़भाड़ और ठीक से वेंटिलेशन नहीं होने के कारण क्लास में दम सा घुट रहा था. एक स्टूडेंट को जिला अस्पताल रेफर किया गया है. जिन स्टूडेंट्स के घरवाले वहां पहुंचे उन्होंने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और बेहतर सुविधाओं की मांग की है. पिछले भी इसी तरह की घटनाएं हुई थीं.

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में पड़ रही भीषण गर्मी और उमस अब स्कूली बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो रही है. ताजा मामला जहांगीराबाद थाना के अंतर्गत राजकीय विद्यालय कटरा मोहिउद्दीनपुर का है, जहां शुक्रवार को गर्मी की वजह से करीब सात छात्राएं अचानक बेहोश हो गईं, जिससे विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई.
छात्राओं की बिगड़ी तबीयत के बाद उन्हें तत्काल पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. हालत ज्यादा गंभीर होने की वजह से एक छात्रा को प्राथमिक इलाज के बाद बाराबंकी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसका इलाज जारी है.
एक ही क्लास में 80 स्टूडेंट्स भरे गए
बेहोश हुई छात्राओं में से एक के घरवालों ने बताया कि स्कूल की एक कक्षा में लगभग 80 बच्चे ठूंस-ठूंसकर भरे गए थे, जिससे वातावरण बेहद दमघोंटू हो गया था. स्कूल में न तो पंखे ठीक से चलते हैं और न ही कोई वेंटिलेशन है. उन्होंने आरोप लगाया कि इतनी उमस में बच्चे लगातार पढ़ाई कर रहे थे, इसी वजह से कई बच्चों की तबीयत बिगड़ गई.
क्लास में नहीं है प्रॉपर वेंटिलेशन
घरवालों का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने गर्मी से निपटने के लिए कोई भी प्रभावी व्यवस्था नहीं की है. न ही ठंडे पानी की सुविधा है, न ही कक्षाओं में पर्याप्त पंखे या वेंटीलेशन. बच्चों की जान जोखिम में डालकर इस तरह की लापरवाही किसी बड़े हादसे को न्योता दे सकती है.
डिहाइड्रेशन से स्टूडेंट बेहोश
बीते हफ्ते बाराबंकी जिले में ही अलग-अलग स्कूलों में 16 छात्राओं को बेहोश होने की खबर सामने आई थी. इन सभी स्टूडेंट्स को भी आनन-फानन में इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया. इन छात्राओं के बेहोश होने की वजह डिहाइड्रेशन बताई गई थी. यहां के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वी.पी. सिंह ने कहा कि ज्यादा गर्मी होने की वजह से ऐसा हो रहा है.



