एयरफोर्स के सार्जेंट किडनैप, पत्नी से मांगी एक करोड़ की फिरौती; क्या फिर क्राइम सिटी बन रहा गोरखपुर?
गोरखपुर में एयरफोर्स से रिटायर्ड सार्जेट के अपहरण का पुलिस ने 15 घंटे बाद खुलासा कर दिया है. सार्जेंट का अपहरण एक करोड़ की फिरौती के लिए किया गया था. पुलिस ने तीन बदमाशों को अरेस्ट करते हुए सार्जेंट को उनकी गिरफ्त से मुक्त करा लिया है. हालांकि अभी भी वारदात का मास्टरमाइंड फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वैसे तो पूरे प्रदेश को क्राइम फ्री होने का दावा करते हैं. कहते हैं कि अपराधी या तो जेल में हैं या फिर प्रदेश छोड़ दिए हैं. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. खुद सीएम सिटी गोरखपुर में ही शुक्रवार को एक सार्जेंट का अपहरण हो गया. यही नहीं, उनकी पत्नी को एक करोड़ रुपये फिरौती की कॉल भी आ गई. मामले की जांच करते हुए गोरखपुर पुलिस ने भले ही तीन बदमाशों को अरेस्ट करते हुए एयरफोर्स से रिटायर्ड सार्जेंट को छुड़ा लिया है, लेकिन अभी तक वारदात के मास्टर माइंड का कोई सुराग नहीं मिला है.
जानकारी के मुताबिक एयरफोर्स से रिटायर होने के बाद गोरखपुर के पादरी बाजार में आयुष्मान हॉस्पिटल का संचालन कर रहे सार्जेंट अशोक जायसवाल का शुक्रवार को अपहरण हो गया था. घटना के वक्त साइकिलिंग करते हुए रेलवे स्टेडियम में स्वीमिंग करने जा रहे थे. जैसे ही वह कौआघाट अंडरपास में घुसे, पहले से घात लगाकर बैठे बदमाशों ने उन्हें अगवा कर लिया. इसके बाद बदमाश उन्हें लेकर आजमगढ़ की ओर चले गए. करीब दस बजे बदमाशों ने अशोक जायसवाल के फोन से उनकी पत्नी को फिरौती के लिए कॉल किया.
सुबह पांच हुआ अपहरण
इधर, चूंकि अशोक जयसवाल रोज सुबह पांच बजे स्वीमिंंग के लिए जाते थे और करीब नौ बजे तक घर आ जाते थे, इसलिए शुक्रवार को जब देर होने लगी तो उनके परिजन परेशान हो गए. इसी बीच जब बदमाशों की फिरौती के लिए कॉल आई तो सभी परेशान हो गए. पुलिस ने बताया कि अशोक जायसवाल की पत्नी सुषमा जायसवाल डॉक्टर हैं और गोरखपुर के ही एक सरकारी हॉस्पिटल में पोस्टेड हैं. उन्होंने तत्काल घटना की जानकारी अपने बहनोई और फिर पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को ट्रैस करना शुरू कर दिया. लेकिन आरोपी लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे थे.
लगातार लोकेशन बदल रहे थे आरोपी
पुलिस के मुताबिक आरोपियों की पहली लोकेशन आजमगढ़ में ट्रैस हुई थी. इसके बाद आरोपी जायसवाल को लेकर संतकबीरनगर और सहजनवां आदि इलाकों में घुमाते रहे. इसी बीच पुलिस ने करीब 15 घंटे बाद सटीक लोकेशन ट्रेस कर तीन बदमाशों को दबोच लिया. इन बदमाशों की पहचान बेलघाट निवासी कणेश और सिकरीगंज के रहनेवाले श्याम सुंदर और जर्नादन के रूप में हुई है. पुलिस ने इन बदमाशों के कब्जे से अशोक जायसवाल को मुक्त करा लिया है. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए बदमाश मोहरे भर हैं, वारदात का मास्टर माइंड अभी फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.



