महिला कॉन्स्टेबल के खुले में नहाने पर एक्शन, PTI सस्पेंड, बॉथरूम में CCTV पर भी खुलासा

गोरखपुर PAC कैंप में सैकड़ों महिला सिपाहियों के हंगामे के बाद इस मामले में बड़ा एक्शन देखने को मिला है. इसे लेकर यूपी ADG PAC की तरफ से आधिकारिक बयान जारी किया गया है, जिसमें बताया गया कि महिला आरक्षियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले प्लाटून कमांडर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही लेडी टॉयलेट लॉबी में कैमरे वाली बात का भी जवाब दिया गया है.

महिला सिपाहियों ने जाहिर की अपनी नाराजगी

गोरखपुर की PAC कैंप में बॉथरूम की लॉबी में कैमरे को लेकर जो घमासान मचा था, उसके बाद इस मामले में बड़ा एक्शन हुआ है. इसके साथ ही कैमरे वाली बात का भी खुलासा हुआ है. @adgpacup के ऑफिशियल हैंडल से इसकी जानकारी दी गई. आधिकारिक बयान में कहा गया कि 26वीं बटालियन पीएसी, गोरखपुर में नियुक्त रिक्रूट महिला आरक्षियों द्वारा व्यक्त की गई समस्याओं को वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा तत्काल संज्ञान लिया गया है.

महिला सिपाहियों ने किया था हंगामा

अधिकारियों ने स्वयं संवाद कर विस्तृत जांच की, जिसमें यह पाया गया कि तकनीकी कारणों से कुछ आरम्भिक बाधाएं होने के कारण आरंभिक रूप से जन आर्पूति प्रभावित हुई थी, जिसे महिला सशक्तिकरण हेतु तत्काल दुरुस्त कर दिया गया है. इसके साथ ही महिला आरक्षियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले प्लाटून कमांडर को तत्काल रूप से हटा दिया गया है.

CCTV कैमरा वाले आरोप पर स्पष्टीकरण

इसके साथ ही ये लिखा गया कि बॉथरूम में CCTV कैमरा लगाए जाने की बात, जांच में पूरी तरह से निराधार और भ्रामक पाई गई है. इसी हैंडल से जानकारी दी गई कि यूपी पुलिस के लिए महिला आरक्षियों की गरिमा, निजता और कल्याण सर्वोपरी प्राथमिकताएं हैं. उन्हें उच्च प्रशिक्षण प्रक्रिया, पर्याप्त सुविधाएं एवं सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है.

साथ ही अनुशासनहीनता एवं सोशल मीडिया पर भ्रामक फैलाने वालों की पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की भी बात की गई.

600 महिला सिपाहीयों ने किया हंगामा

गोरखपुर स्थित PAC कैंप की महिला सिपाहियों ने बुधवार को कैंप में बॉथरूम और टॉयलेट लाबी में कैमरे लगे होने की बात कहकर हंगामा कर दिया था. ट्रेनिंग सेंटर में मौजूद व्यवस्थाओं पर भी गंभीर सवाल खड़े किए थे. महिला सिपाहियों ने पीने के पानी, खाना और नहाने जैसी कई व्यवस्थाओं में कमी को लेकर कई आरोप लगाए थे. इसे लेकर करीब 600 महिला सिपाही ट्रेनिंग सेंटर से बाहर हंगामा करती नजर आईं.