टीचर से IAS तक का सफर, कौन हैं शिक्षा महानिदेशक की जिम्मेदारी पाने वाली मोनिका रानी
IAS मोनिका रानी ने उत्तर प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग के महानिदेशक का कार्यभार संभाल लिया है. इस दौरान उन्होंने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से बातचीत की और शिक्षकों को प्रोत्साहित करने का भी जिक्र किया.
IAS मोनिका रानी ने बीते शुक्रवार यानी 19 सिंतबर को उत्तर प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग के महानिदेशक का कार्यभार संभाल लिया. पद संभालते हुए उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं का भी जिक्र किया. इसमें स्कूलों में बच्चों के रजिस्ट्रेशन में इजाफा करना, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना और सीएम मॉडल कंपोजिट विद्यालयों और अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों का समय से निर्माण कराना शामिल है.
IAS मोनिका रानी ने सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) लैब का बेहतर उपयोग, बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने और साथ ही छात्राओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने का भी जिक्र किया. विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से बातचीत के दौरान उन्होंने शिक्षकों को प्रोत्साहित करते हुए शिक्षण को और भी रूचिकर बनाने की सलाह दी, ताकि स्कूलों में बच्चों के नामांकन में बढ़ोतरी हो.
शिक्षकों को प्रेरित करने पर दिया जोर
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षकों को हमेशा आधुनिक और नवाचारी शिक्षण विधियों को अपनाने के लिए तैयार रहना चाहिए. इसके लिए उन्हें लगातार प्रेरित भी करना चाहिए. शिक्षक विभाग की रीढ़ हैं. देश के भविष्य को तैयार करने के लिए उनपर अहम जिम्मेदारी है. ऐसे में उन्हें इस तरह प्रेरित करना चाहिए, ताकि वह बच्चों को और बेहतर तरीके पढ़ा सकें और साथ ही उनके लिए प्रेरणास्रोत बन सके.
IAS मोनिका रानी ने अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिशन शक्ति, विकसित भारत जैसे आगामी कार्यक्रमों पर भी चर्चा की. विभाग के विभिन्न यूनिट्स के कामकाज की जानकारी भी ली. साथ भविष्य के योजनाओं पर भी उनके साथ विचार विमर्श किया और उनके बेहतर क्रियान्वन पर भी बात की.
पहले टीचर, फिर बनीं आईएस
हरियाणा के गुरुग्राम की रहने वाली मोनिका रानी आईएएस बनने से पहले सरकारी स्कूल में शिक्षक थीं. 2004 से 2010 तक उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षिका पद पर काम किया है. वह 2010 बैच के यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी हैं. यूपीएससी सीएसई में उन्हें ऑल ओवर इंडिया में 70वीं रैंक हासिल हुई थी. उच्च शिक्षा के तौर पर उन्होंने बीकॉम और एमए में इकोनॉमिक्स की डिग्री हासिल की है.
गाजियाबाद में थी पहली तैनाती
ट्रेनिंग पूरी होने के बाद मोनिका रानी की पहली तैनाती गाजियाबाद में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर 11 जुलाई 2012 को हुई थी. फरवरी 2014 में उन्हें सहारनपुर का सीडीओ भी बनाया गया था. वह चित्रकूट, बहराइच और फर्रुखाबाद की डीएम भी रह चुकी हैं.