क्या भूतों ने बनाया महादेव का ये मंदिर? रातों-रात हुआ निर्माण; माता सीता ने भी यहां किया था रुद्राभिषेक

ऐसा माना जाता है कि इस अद्भुत शिव मंदिर की स्थापना भूतों ने एक रात में की थी. यह हजारों साल पुराना मंदिर माता सीता द्वारा भी पूजा जाता था. सावन महीने में यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. भक्तों का मानना है कि यहां उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

भूतेश्वर महादेव मंदिर, कानपुर Image Credit:

भगवान शिव की सेना में बहुत सारे गण थे और उनमें भूत प्रेत भी शामिल थे. वैसे तो लगभग सभी मंदिर इंसानों के बनाए हुए है. लेकिन कानपुर में एक ऐसा अनोखा मंदिर है जिसके बारे में मान्यता है कि उसको भूतों ने बनाया है और वो भी सिर्फ एक दिन में. इसीलिए इस मंदिर का नाम भूतेश्वर मंदिर है. यहां पर आम दिनों के अलावा सावन में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.

माता सीता भूतेश्वर मंदिर में करती थीं पूजा

कानपुर के केशवपुरम में भूतेश्वर महादेव नाम से यह अनोखा शिव मंदिर स्थित है. इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि इस मंदिर को भगवान शिव के गण भूतों ने मात्र एक रात के अंदर बनाया था. यह मंदिर हजारों साल पुराना है. जिस समय इसको भूतों ने बनाया था उस समय यहां टीला हुआ करता था. ऐसी भी मान्यता है कि जब माता सीता लव-कुश को लेकर बिठूर के आश्रम में रहती थी तो वो भूतेश्वर मंदिर में शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए नाव से आती थी.

मंदिर जाने के लिए पहले एक सुरंग हुआ करता था

मंदिर के पुजारी संतोष गिरी महाराज ने बताया कि कानपुर के रावतपुर गांव में जहां भगवान का राम का रामलला मंदिर है वहां एक राजा रहा करते थे. एक बार वो कहीं गए और वर्षों तक वापस नहीं आए. ऐसे में उनकी महारानी एक सुरंग के रास्ते भूतेश्वर मंदिर में जल चढ़ाने आया करती थी. धीरे धीरे आबादी बढ़ती गई और यह सुरंग विलुप्त हो गई. इसके बावजूद भक्तों की यहां बड़ी आस्था है.

माता पार्वती और भोलेनाथ का स्वरूप है विद्यमान

पुजारी ने बताया कि यहां पर आने वालों की सभी मनोकामना पूरी होती है. जो भी भक्त यहां रोज आकर 40 दिनों तक शिवलिंग पर जल चढ़ाता है उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है. महंत ने यह भी बताया कि यह देश का ऐसा अनोखा शिवलिंग है जहां माता पार्वती और भोलेनाथ का स्वरूप विद्यमान है. यहां आने वाले भक्तों की आस्था है कि यहां पर मांगी हुई हर मुराद पूरी होती है. सावन के महीने में यहां पर भक्तों की भारी भीड़ लगती है.