‘हमें 10% कमीशन मिलता है, पर तुम्हारा क्या’, भरे मंच से BJP विधायक का कबूलनामा
कानपुर में भाजपा विधायक महेश त्रिवेदी का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह एमएलए फंड से 10% कमीशन लेने की बात स्वीकार कर रहे हैं. इस बयान से राजनीतिक हलचल मच गई है. विपक्ष इस मुद्दे पर हमलावर हो गई है और इसे जनता से धोखा बताया है. वहीं, भाजपा ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

कानपुर में भाजपा विधायक महेश त्रिवेदी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में एमएलए फंड से 10% कमीशन लेने की बात स्वीकारी. उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है. विपक्षी दलों ने इस पर कड़ी निंदा की है जबकि भाजपा ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.
महेश त्रिवेदी, कानपुर के किदवई नगर से विधायक हैं. वह अपने क्षेत्र में 11 सितंबर को आयोजित सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान भाजपा विधायक ने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘हमे तो सैलरी और विधायक निधि से 10% कमीशन मिलता है, लेकिन तुम लोगों को क्या मिलता है.’ महेश त्रिवेदी के इस खुलासे ने विपक्ष को बड़ा मुद्दा दे दिया है.
कुछ मिल नहीं रहा तो कम से कम…
बीजेपी विधायक ने किदवई नगर स्थित भाजपा कार्यालय में खुलकर कमीशनखोरी का भंडाफोड़ किया. उन्होंने कहा कि विधायकों को नियमित सैलरी के अलावा विधायक निधि से 10 प्रतिशत कमीशन भी मिलता है. तुम लोगों को क्या कुछ भी नहीं मिल रहा, कम से कम पुण्य कमाकर ऊपर चले जाओ. उनका 37 सेकेंड का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
इस खुलासे के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है. भाजपा में भी खलबली है. पार्टी कार्यकर्ता और आम जनता दोनों इस विषय पर चर्चा कर रहे हैं. भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं. पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने कहा कि उन्होंने वीडियो देखा नहीं है, जब देख लेंगे तभी कुछ बयान दे सकते है.
विधायक के कबूलनामे पर विपक्षी दल हमलावर
भाजपा विधायक के इस कबूलनामे से सियासत गरमा गया है. प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी अब हमलावर हो गई है. कांग्रेस महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि यह दर्शाता है कि भाजपा के राज में भ्रष्टाचार हर हद पार कर चुका है. भाजपा के लोग जनता के पैसे और भरोसे को चुराते हैं. यह किदवई नगर की जनता से धोखा है.
वहीं शहर में आर्यनगर से सपा विधायक अमिताभ वाजपेई ने कहा कि, हो सकता है उनका यह बयान किसी आरोप प्रत्यारोप के संबंध में कहा गया हो. इस तरह की हल्की बात कह कर समाज में भ्रम नहीं फैलानी चाहिए. कमीशनखोरी के आरोप पर अमिताभ वाजपेई ने कहा कि बिना सबूत के किसी के ऊपर कोई आरोप नहीं लगाया जा सकता है.