पैसों के लालच में क्लासमेट्स बने किडनैपर, एलएलबी स्टूडेंट बोले- 5 लाख अकाउंट में ट्रांसफर कर दो
कानपुर में दोस्ती के नाम पर विश्वास तोड़ने वाला चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एलएलबी की पढ़ाई कर रहे युवक का उसके ही करीबी दोस्त ने 5 लाख रुपये की लालच में अपहरण करा दिया. उन्होंने तमंचे की नोक पर अपने ही क्लासमेट को धमकी दी. युवक को 25 मिनट तक कार में घुमाते रहे. लेकिन, युवक ने किसी तरह से कार से कूदकर अपनी जान बचा ली.

पैसे की लालच क्या से क्या न कराए. कई बार पैसे की लालच अपनों से या जान पहचान के लोगों से भी बढ़कर हो जाती है. ये मामला कानपुर का है. यहां 5 लाख की लालच में दोस्तों नहीं अपने एलएलबी कर रहे दोस्त को किडनैप कर लिया. किडनैप करने के बाद उन्होंने 5 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर करने को कहा. बकायदा डराने के लिए तमंचे का इस्तेमाल किया और सटाकर किडनैप किए हुए शख्स को धमकाया भी.
किडनैपर्स की पकड़ से किसी तरह भागे युवक ने पनकी थाने पहुंच कर बताया कि उसे 7 तारीख को घर के पास के पार्क में टहलने जाने के दौरान कुछ लोगों ने कार से उसे किडनैप कर लिया था. अपहरण करने वाले अपने आप को STF का बता रहे थे. उसने बताया कि 7 तारीख को वह अपने दोस्त निर्मल के साथ पार्क में टहल रहा था तभी कुछ कार सवार आए और निर्मल को धक्का देकर उसे कर में जबरन बलेरो में बिठाकर ले गए.
कार में घुमा-घुमाकर डराते रहे किडनैपर
अक्षत ने बताया कि गाड़ी पर भारत सरकार लिखा था. गाड़ी में बैठने के बाद सभी ने उसको जगाया फिर उसके मुंह में पिस्टल घुसा दी और बोला 5 लाख रुपये हमारे अकाउंट में ट्रांसफर करो. किडनैपर्स के चंगुल से छूटे अक्षत ने बताया कि उसके पिता शैलेन्द्र सिंह एडवोकेट हैं. वो पनकी के एफ ब्लॉक का वह रहने वाला है. वह इसके साथ ही वह कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज से एलएलबी की पढ़ाई कर रहा है.
उसने बताया कि किडनैप करने वालो लोगों ने उसे करीब 25 मिनट कार में घुमाया और डराते रहे. अपहरणकर्ता उससे बोल रहे थे कि उसके खाते में गलत तरीके से 5 लाख आ गया है जो कि वह उनके खाते में ट्रांसफर कर दे नहीं तो उसे वह जान से मार देंगे. उसने बताया तभी उन लोगों की गाड़ी अरमापुर क्षेत्र से गुजरी वह उनके चंगुल से बचने का सोच ही रहा था. तभी अरमापुर के पास भीड़ भाड़ जाम देखकर उसने शोर मचाया और बोलेरो से कूद कर भाग निकला.
ऑटो पकड़ पनकी थाने जाकर उसने पुलिस को पूरी घटना बताई. इसके बाद पुलिस मौके पर अगले दिन जांच पड़ताल करने गई और उसके अगले दिन छह आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. जबकि, पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर अभी भी चार आरोपी फरार है. पनकी के थाना अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा किया कि अक्षत के मित्र निर्मल को ही पता था कि उसके पिता ने उसके अकाउंट में पढ़ाई के लिए 5 लाख रुपए ट्रांसफर किए हैं. इसके बाद उसने अपने महोबा के रहने वाले मित्रों के साथ मिलकर उसके अपहरण की योजना बनाई थी.



