दिल्ली ब्लास्ट कनेक्शन: UP ATS ने कानपुर से एक डॉक्टर को उठाया, शाहीन के साथ सीक्रेट कान्टेक्ट का शक

दिल्ली में हुए आतंकी हमले की साजिश से जुड़े मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद से जैश की रिक्रूटर डॉ शाहीन सईद को गिरफ्तार किया था. अब इस मामले में यूपी एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कानपुर के एक मेडिकल स्टूडेंट को हिरासत में लिया है. उसपर डॉक्टर शाहीन के करीबी होने का शक है.

दिल्ली ब्लास्ट मामले में कानपुर से डॉ. आरिफ गिरफ्तार Image Credit:

दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में कानपुर का एक और कनेक्शन सामने आया है. डॉक्टर शाहीन से लगातार संपर्क में रहने वाले डॉक्टर आरिफ को एटीएस ने बुधवार देर रात को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. सूत्रों के अनुसार डॉ आरिफ लगातार डॉ शाहीन से बात कर रहा था.

दिल्ली में हुए आतंकी हमले की साजिश से जुड़े मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को फरीदाबाद से एक महिला डॉक्टर को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद कोई साधारण चिकित्सक नहीं, बल्कि कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (GSVM) की पूर्व प्रोफेसर और जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग की कथित प्रमुख है. जांच में खुलासा हुआ कि वह भारत में महिला आतंक ब्रिगेड गठित करने की फिराक में थी.

2013 में अचानक हो गई थी गायब

सूत्रों के अनुसार डॉक्टर शाहीन ने 2006 में GSVM के फार्माकोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यभार संभाला था. UPPSC से चयनित होने के बाद वह 2013 तक प्रोफेसर रहीं. 2009 में छह महीनों के लिए उनका तबादला कन्नौज मेडिकल कॉलेज किया गया, लेकिन 2010 में वापस कानपुर लौट आईं. कॉलेज रिकॉर्ड के अनुसार, 2013 में अचानक बिना सूचना के अनुपस्थित हो गईं. प्रशासन ने कई नोटिस भेजे, सहकर्मियों ने संपर्क की कोशिश की, मगर कोई जवाब नहीं मिला. आखिरकार 2021 में शासन ने उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया.

कार्डियोलॉजी से एमडी की पढ़ाई कर रहा डॉक्टर आरिफ

ताजा जानकारी के मुताबिक डॉक्टर शाहीन से संपर्क रखने वाले डॉक्टर आरिफ मोहम्मद को एटीएस ने बुधवार रात को उठा लिया है. डॉक्टर आरिफ कार्डियोलॉजी से एमडी की पढ़ाई कर रहा था. जानकारी के अनुसार उसने नीट के माध्यम से 2024 में दाखिला लिया था. अगर सूत्रों की माने तो डॉक्टर आरिफ लगातार डॉक्टर शाहीन से संपर्क में था और एसएमएस से बात किया करता था.

कश्मीर का रहने वाला है डॉक्टर आरिफ

डॉक्टर आरिफ मूल रूप से कश्मीर का रहने वाला है और यहां पर शहर में एक कमरा भी लेकर रह रहा था. जानकारी के अनुसार कुल 7 छात्र ऐसे है जो कश्मीर के रह वाले है और कार्डियोलॉजी से पढ़ाई कर रहे है. सूत्रों के अनुसार डॉक्टर आरिफ ने बुधवार को भी एमरजेंसी में काम किया था.