अखिलेश दुबे गैंग की एक और ‘विषकन्या’ अरेस्ट, कांग्रेस अध्यक्ष पर दर्ज कराया था रेप केस
कानपुर पुलिस ने कुख्यात अखिलेश दुबे गैंग की एक और महिला सदस्य को अरेस्ट किया है. इस महिला ने गैंग के इशारे पर कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ रेप की झूठी एफआईआर दर्ज कराई थी. पुलिस की पूछताछ में उसने खुलासा किया कि 10,000 रुपये के कर्ज के बदले इस गैंग ने सादे कागज़ पर अंगूठा लगवाया था, जिसका इस्तेमाल झूठा केस दर्ज कराने में हुआ.
कानपुर पुलिस ने कुख्यात वकील अखिलेश दुबे गैंग की एक और विषकन्या को अरेस्ट कर लिया है. इसने अखिलेश दुबे के कहने पर कांग्रेस के पार्टी के अध्यक्ष (ग्रामीण)) पर रेप का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस की पूछताछ में इस महिला ने साजिश की पूरी कहानी बयां की है. पुलिस को उसने बताया कि उसने खुद कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया था. बल्कि अखिलेश दुबे गैंग के लोगों ने 10 हजार रुपये कर्ज दिलाने के बहाने एक वकील के पास ले जाकर सादे कागज पर उससे अंगठा लगवाया था और उसकी फोटो खींची थी.
इस दौरान उसे बताया कि 10 हजार रुपये उसे जो कर्ज दिए जा रहे हैं, उसे ब्याज के साथ वापस करना होगा. बाद में उसे पता चला कि उसी कागज का इस्तेमाल अखिलेश दुबे गैंग ने कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए किया था. पुलिस ने इस इनपुट के आधार पर आरोपी गुड्डू गुप्ता को उसके घर से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
यह है मामला
लालबंगला में रहने वाले कांग्रेस कमेटी के ग्रामीण अध्यक्ष व अधिवक्ता संदीप शुक्ला के मुताबिक उन्होंने 2015 और 2017 में पप्पू स्मार्ट व उसके साथियों के खिलाफ राजा ययाति के ऐतिहासिक किले और लोक निर्माण विभाग की सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे का मुकदमा दर्ज कराया था. जांच के बाद पुलिस ने इन दोनों ही मामलों में चार्जशीट दाखिल कर दी थी. इससे नाराज स्मार्ट ने अपने बेटे मोहम्मद जैन कालिया, आमिर, बिच्छू, शोएब उर्फ पप्पी, फराज, रामेंद्र उर्फ गुड्डू और हर्षित यादव के साथ मिलकर दुबे के कार्यालय में उन्हें कई बार बुलवा और जान से मारने की धमकी दी.
नहीं मानने पर दर्ज कराया रेप का मुकदमा
संदीप शुक्ला के मुताबिक इसके बाद भी वह नहीं माने तो आरोपियों ने चकेरी निवासी अर्चना और कन्नौज की अमिता यादव के जरिए कल्याणपुर व नौबस्ता थानों में रेप के मुकदमे दर्ज करा दिए. जबकि वह इन दोनों महिलाओं से कभी मिले ही नहीं थे. इस मुकदमे के बाद वकील महेश गुप्ता और ओसामा आमिर ने मुकदमा खत्म कराने के एवज में उनसे 10 लाख रुपये की डिमांड की थी. गिरफ्तारी के डर से उन्होंने आरोपियों को 1 लाख रुपये दे भी दिए. इस मामले में पुलिस ने 15 दिन पहले अमिता को कन्नौज से गिरफ्तार किया है. वहीं अर्चना के बयान सोमवार को दर्ज किए गए हैं. इसमें अर्चना ने बताया है कि उसे पैसों की जरूरत थी. इसके लिए गुड्डू उसे स्कूटी पर बैठाकर जाजमऊ में स्मार्ट के पास ले गया था.