ट्रक क्लीनर से कथावाचक बने हैं…अनिरुद्धाचार्य महाराज पर करौली सरकार का विवादित बयान

कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज के दरबार में एक महिला ने करौली सरकार के दरबार पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था.अब इस पर प्रतिक्रिया देते हुए करौली सरकार ने विवादित टिप्पणी कर दी है.

कानपुर के करौली बाबा अक्सर अपने अजीबोगरीब बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. अब उन्होंने अनिरुद्धचार्य महाराज पर विवादित टिप्पणी करते हुए कह दिया है कि उनका प्रोग्रेस हुआ है. वह ट्रक क्लीनर से कथावाचक बने हैं.

दरअसल, हाल ही में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज के दरबार में एक महिला ने करौली सरकार के दरबार पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. इस पर अनिरुद्धचार्य महाराज ने भी प्रतिक्रिया दी थी और करौली सरकार के खिलाफ बयान भी दिया था.

‘हिम्मत हैं तो थाने-कचहरी जाएं अनिरूद्धाचार्य’

अनिरुद्धाचार्य महाराज के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए करौली सरकार महाराज ने कहा “हिम्मत है तो थाने-कचहरी जाएं, मुकदमा लिखवाएं, फिर हम जवाब देंगे”. करौली सरकार ने ये सब बातें वृंदावन आगमन पर कही है. यहां उन्होंने जगत प्रसिद्ध बांके बिहारी जी का दर्शन भी किया और स्थानीय होटल में धर्माचार्यों से मुलाकात की. वृंदावन आने को लेकर उन्होंने कहा कि अपने आराध्य की नगरी में आकर उन्हें हमेशा विशेष अनुभव होता है.

करौली सरकार महाराज ने कहा कि उनका दरबार आस्था, विश्वास और श्रद्धा का है. यहां सनातन वैदिक परंपरा से लोगों का इलाज होता है. दरबार को लेकर की जाने वाली आलोचनाओं पर उन्होंने कहा कि लोग उंगली क्या हाथ भी उठा लें तो दरबार पर कोई फर्क नहीं पड़ता. दैत्य हर जगह हैं, यहां भी मौजूद हैं.

पहले भी अनिरुद्धचार्य पर साध चुके हैं निशाना

करौली सरकार ने इसस पहले भी अनिरूद्धाचार्य महाराज के ऊपर निशाना साध चुके हैं. उन्होंने बच्चियां 25 साल होते-होते 5 जगह मुंह मारती हैं वाल अनिरुद्धाचार्य के विवादित बयान को नारी समाज का अपमान बताया. इसको लेकर उन्होंने आगे कहा था कि अनिरुद्धाचार्य ने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया, वो बेहद अशोभनीय है. उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.

करौली सरकार का विवादों से रहा है पुराना नाता

बता दें कि करौली सरकार इससे पहले भी विवादों में फंस चुके हैं. 22 फरवरी 2023 को करौली सरकार के दरबार में एक डॉक्टर की पिटाई का मामला भी सामने आया था. उनपर आरोप लगा था कि जब डॉक्टर को चमत्कार दिखाने में बाबा विफल हो गए थे,तो वह भड़क गए थे. फिर उन्होंने अपने बाउंसरों और सेवादारों के जरिए डॉक्टर की पिटाई करवा दी थी.