शॉपिंग मॉल, फूड कोर्ट और बेसमेंट पार्किंग… गोमतीनगर स्टेशन का 96 फीसदी काम पूरा; जानें क्या होगा खास

लखनऊ का गोमतीनगर रेलवे स्टेशन 390 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है. इसका 96 फीसदी से अधिक निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. यह उत्तर भारत का सबसे आधुनिक ट्रांसपोर्ट हब होगा, इसमें शॉपिंग मॉल, फूड कोर्ट और बेसमेंट पार्किंग समेत अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी.

गोमतीनगर रेलवे स्टेशन Image Credit:

लखनऊ का गोमतीनगर रेलवे स्टेशन विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस होकर तैयार है. यह उत्तर भारत का सबसे आधुनिक रेलवे स्टेशन होगा. साथ ही एक मल्टीपर्पज ट्रांसपोर्ट हब के रूप में भी अपनी पहचान बनाएगा. 390 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा इस स्टेशन का 96 फीसदी से अधिक निर्माण कार्य पूरा हो चुका है.

रेलवे की एजेंसी रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (RLDA) द्वारा संचालित इस परियोजना को इसी महीने के अंत तक पूरी तरह से चालू करने की तैयारी है. यह ग्रीन बिल्डिंग सिद्धांतों पर आधारित है और कई नई ट्रेनों से जुड़ा हुआ है, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. इसमें शॉपिंग मॉल, वीआईपी लाउंज समेत अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं.

शॉपिंग मॉल के साथ दो बेसमेंट पार्किंग

गोमतीनगर स्टेशन को एक आधुनिक और यात्री-अनुकूल केंद्र के रूप में डिज़ाइन किया गया है. स्टेशन परिसर में दो कॉमर्शियल टावर बनाए गए हैं, जो एक तरह से शॉपिंग मॉल का रूप लेंगे. इन टावरों में 77 आउटलेट्स होंगे, जहां ब्रांडेड कपड़े, जूते और अन्य सामान आसानी से उपलब्ध होंगे.

इसके अलावा, स्टेशन के अंदर टिकट काउंटर, VIP लाउंज, कैफेटेरिया और फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी. यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन में दो बेसमेंट पार्किंग बनाई गई हैं, जिनमें कुल 775 गाड़ियों की पार्किंग की क्षमता है. यह सुविधा स्टेशन के आसपास ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेगी.

छह प्लेटफॉर्म, 28 मीटर चौड़ा कॉनकोर्स

गोमतीनगर स्टेशन पर कुल 6 प्लेटफार्म विकसित किए गए हैं, जो 28 मीटर चौड़े पूरी तरह से ढके हुए कॉनकोर्स से जुड़े हैं. इस कॉनकोर्स के माध्यम से यात्री किसी भी प्लेटफार्म तक आसानी से पहुंच सकते हैं. इसके अलावा, स्टेशन की पहली मंजिल तक पहुंचने के लिए 458 मीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया गया है, जिसके माध्यम से यात्री सीधे स्टेशन में प्रवेश कर सकेंगे.

स्टेशन की पहली मंजिल पर टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय और अलग-अलग प्रवेश-निकास द्वार की व्यवस्था की गई है. साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्टेशन पर 50 से अधिक हाई-रेजोल्यूशन CCTV कैमरे और रेगुलर कैमरे लगाए गए हैं. इसके अलावा, बैगेज स्कैनर, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (DFMD) और अन्य सुरक्षा उपकरण भी स्थापित किए गए हैं.

महिला यात्रियों और बच्चों के लिए अलग हेल्पडेस्क

महिला यात्रियों और बच्चों के लिए अलग हेल्पडेस्क और निगरानी स्टाफ की व्यवस्था होगी. वहीं, आपातकालीन स्थिति के लिए 24 घंटे सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहेंगे. पर्यावरण के लिहाज से स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकसित किया गया है. कॉनकोर्स की छत पर सोलर पैनल लगाए गए हैं, जो स्टेशन की लाइटिंग और अन्य सेवाओं को सौर ऊर्जा से संचालित करेंगे.

ट्रेनों की संख्या और कनेक्टिविटी

वर्तमान में गोमतीनगर स्टेशन से 19 ट्रेनों का संचालन हो रहा है, जिनमें 8 ट्रेनें यहां से शुरू होती हैं और बाकी यहां रुकती हैं. यह स्टेशन पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और दिल्ली जैसे प्रमुख मार्गों के लिए सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करता है. हाल ही में चार नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की गई हैं, जो पटना, दरभंगा, मालदा टाउन और बापूधाम मोतिहारी तक जाती है.

अंतिम चरण में निर्माण कार्य

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि उद्घाटन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और जल्द ही यह स्टेशन जनता के लिए खोल दिया जाएगा. फिलहाल स्टेशन पर पेंटिंग, वायरिंग, फिटिंग, लैंडस्केपिंग और टेस्टिंग का काम तेजी से चल रहा है. एस्केलेटर और लिफ्ट की टेस्टिंग भी अंतिम चरण में है. इसे अगस्त के अंत में चालू कर दिया जाएगा.