गुड न्यूज: 500 मीटर और बढ़ेगा लखनऊ एयरपोर्ट का रनवे, अमेरिका-यूरोप के लिए उड़ान भरेंगी डायरेक्ट फ्लाइट्स
अमौसी एयरपोर्ट के रनवे को पहले 800 मीटर बढ़ाकर रनवे को 3,500 मीटर करने की योजना थी. लेकिन आस-पास की जमीन की कमी के कारण अब सिर्फ 500 मीटर ही बढ़ाया जा रहा है. रवने के विस्तार के बाद यहां से यूरोप और अमेरिका के लिए डायरेक्ट फ्लाइट्स मिल सकेंगी.
लखनऊ का चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (अमौसी) अब सचमुच “अंतरराष्ट्रीय” बनने जा रहा है. यहां फरवरी 2026 से रनवे विस्तार का काम शुरू होने वाला है. मौजूदा 2,700 मीटर लंबी रनवे को 500 मीटर और बढ़ाकर 3,200 मीटर कर दिया जाएगा. इससे 320 सीटर जंबो जेट (जैसे बोइंग 787 ड्रीमलाइनर या एयरबस A350) भी आसानी से लैंड और टेकऑफ कर सकेंगे. नतीजा लखनऊ से अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी समेत यूरोपीय देशों की सीधी उड़ानें शुरू होने का रास्ता साफ हो जाएगा.
रनवे विस्तार की यह योजना लगभग एक दशक पुरानी है. लेकिन जमीन अधिग्रहण और दूसरे तकनीकी पेंच में फाइलें अटकी रहीं. अडानी ग्रुप द्वारा एयरपोर्ट के निजीकरण के बाद इस प्रोजेक्ट में अचानक तेजी आई है. पहले तो 800 मीटर बढ़ाकर रनवे को 3,500 मीटर करने की योजना थी. लेकिन आस-पास की जमीन की कमी के कारण अब सिर्फ 500 मीटर ही बढ़ाया जा रहा है. लेकिन यही 500 मीटर लखनऊ की कनेक्टिविटी को पूरी तरह बदलने के लिए काफी है.
अभी 180 सीटर, जल्द 320 सीटर जंबो जेट
फिलहाल अमौसी से ज्यादातर एयरबस A320/ बोइंग 737 जैसे 180-200 सीटों वाले नैरो-बॉडी विमान उड़ान भरते हैं. रनवे बढ़ने के बाद बोइंग 787-8/9, एयरबस A330 और A350 जैसे वाइड-बॉडी जंबो जेट भी यहां उतर सकेंगे. इन विमानों में एक साथ 300 से 320 यात्री सफर कर सकते हैं. यानी एक ही फ्लाइट में दोगुने से ज्यादा लोग विदेश जा सकेंगे, टिकट भी सस्ते पड़ने की उम्मीद है.
दिल्ली-मुंबई की कनेक्टिंग फ्लाइट्स से मिलेगी मुक्ति
लखनऊ से न्यूयॉर्क, लंदन, टोरंटो, फ्रैंकफर्ट या दुबई (लंबी दूरी वाली कुछ फ्लाइट्स) जाने के लिए यात्रियों को दिल्ली या मुंबई में 3-8 घंटे की लंबी वेटिंग करनी पड़ती है. रनवे बढ़ने के बाद एयर इंडिया, इंडिगो, लुफ्थांसा, ब्रिटिश एयरवेज, एमिरेट्स जैसी बड़ी एयरलाइंस सीधे लखनऊ से लंबी दूरी की उड़ानें शुरू कर सकती हैं.
2 साल से लगातार अपग्रेड किया जा रहा एयरपोर्ट
पिछले दो साल में एयरपोर्ट ने कई अहम अपग्रेड किए हैं. नया शानदार टर्मिनल-3 चालू हो चुका है. समानांतर टैक्सी-वे बन गया, जिससे विमानों को रनवे पर इंतजार नहीं करना पड़ता है. रनवे की मरम्मत और कैट- III B लाइटिंग सिस्टम लग चुका है, अब घने कोहरे में भी उड़ानें संचालित हो रही हैं.
कब तक पूरा होगा काम?
एयरपोर्ट अधिकारियों ने अभी आधिकारिक तारीख नहीं बताई, लेकिन सूत्रों के मुताबिक फरवरी 2026 से काम शुरू हो जाएगा और 18-24 महीनों में रनवे विस्तार पूरा होने की उम्मीद है. यानी 2027-28 तक लखनऊ से अमेरिका-यूरोप की सीधी फ्लाइट्स देखने को मिल सकती हैं.लखनऊ अब सिर्फ यूपी की राजधानी नहीं, बल्कि उत्तर भारत का एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय हब बनने की राह पर है. बहुत जल्द “लखनऊ से लंदन” या “लखनऊ से न्यूयॉर्क” सुनकर किसी को हैरानी नहीं होगी!
