नवनीत सहगल बने लखनऊ क्रिकेट एसोसिएशन के नए अध्यक्ष, नई पारी की शुरुआत
राजधानी में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ लखनऊ के अध्यक्ष पद के लिए पूर्व आईएएस अधिकारी और प्रसार भारती के चेयरमैन डॉ. नवनीत कुमार सहगल को चुना गया है. 26 जुलाई 2025 को बाबू बनारसी दास इंस्टीट्यूट के सभागार में आयोजित सीएएल की आम सभा में हुए चुनाव के जरिए सहगल ने ये पद हासिल किया.

1988 में आईएएस अफसर सहगल ने अपने 35 साल के प्रशासनिक करियर में उत्तर प्रदेश की कई सरकारों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं. 2002 में वे लखनऊ के डीएम रहे. इसके अलावा मायावती, अखिलेश यादव से लेकर सीएम योगी के भी वे चहेते अफसर रहे हैं. 2023 में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद, सहगल को 2024 को प्रसार भारती का चेयरमैन नियुक्त किया गया, जहां वे 3 सालों तक अपनी सेवाएं देंगे.
पारदर्शी प्रक्रिया से हुआ चुनाव
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ लखनऊ के 26 जुलाई 2025 को हुए चुनाव में नवनीत सहगल को अध्यक्ष पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था. कुल 49 प्रत्याशियों ने विभिन्न पदों के लिए अपनी दावेदारी ठोंकी थी, और 156 मतों के आधार पर 23 सदस्यीय कार्यकारिणी का गठन हुआ. कुछ प्रत्याशियों ने मतपत्र के जरिए चुनाव न होने की स्थिति में गड़बड़ी की आशंका जताई थी, लेकिन पारदर्शी प्रक्रिया के साथ चुनाव संपन्न हुआ.
क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे
पूर्व IAS और प्रसार भारती के चेयरमैन नवनीत सहगल ने कहा कि वो क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जायेंगे.अध्यक्ष चुने जाने के बाद नवनीत सहगल ने अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट की हैं. उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य लखनऊ में खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देना और उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना है. उन्होंने यह भी घोषणा की है कि क्रिकेट एसोसिएशन जल्द ही लखनऊ प्रीमियर लीग का आयोजन करेगा, जिससे स्थानीय खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा.
2023 तक रहे अपर मुख्य सचिव
यह पहल न केवल लखनऊ में क्रिकेट के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी, बल्कि युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन भी देगी. वे 2023 तक योगी सरकार में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत थे. उनकी नियुक्ति को क्रिक्रेट सुधारों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है. क्योंकि उनकी प्रशासनिक क्षमता और अनुभव क्रिकेट एसोसिएशन को नई दिशा दे सकते हैं.



