ऐसी कौन सी रंजिश… कानपुर से आए लखनऊ, GST के डिप्टी कमिश्नर को तवे से पीटा; हैरान कर देगी बुआ-भतीजे की कहानी

लखनऊ के राज्य कर मुख्यालय में एक डिप्टी कमिश्नर पर तवे से हमला का मामला सामने आया है. आरोप है कि कानपुर के रहने वाले इंद्रजीत निगम और उसकी बुआ रानी निगम ने पुरानी रंजिश के चलते यह हमला किया है. दोनों आरोपियों ने डिप्टी कमिश्नर के केबिन में घुसकर पहले गाली-गलौज की और फिर हमला कर दिया. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.

जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर पर हमला Image Credit:

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विभूति खंड स्थित राज्य कर मुख्यालय में सोमवार की दोपहर एक ऐसी घटना हुई है, जिसे जानकर और सुनकर हर कोई हैरान है. यहां विभाग के डिप्टी कमिश्नर के चैंबर में आए एक युवक और उसकी बुआ ने पहले गाली गलौज की. वहीं जब डिप्टी कमिश्नर ने विरोध करने की कोशिश की तो दोनों ने उनके ऊपर तवे से हमला किया. इस घटना में डिप्टी कमिश्नर बुरी तरह जख्मी हो गए हैं. तवे के वार से उनके हाथ और पैर लहुलुहान हो गए हैं.

गनीमत रही कि चीख पुकार सुनकर वहां मौजूद विभागीय कर्मचारियों ने आरोपियों को पकड़ा और बाद में पुलिस बुलाकर इन्हें सौंप दिया गया. विभूतिखंड थाना पुलिस ने इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें अरेस्ट कर लिया है. इस संबंध में विभूति खंड निवासी डिप्टी कमिश्नर प्रमोद कुमार ने पुलिस में तहरीर दी है. बताया कि वह वर्तमान में लखनऊ में राज्य कर मुख्यालय में तैनात हैं. इससे पहले वह कानपुर में तैनात थे. उस दौरान वहां आरोपी इंद्रजीत निगम कंप्यूटर ऑपरेटर था.

2021 से ही चल रही रंजिश

साल 2021 में इंद्रजीत ने अपने एक रिश्तेदार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था. हालांकि उसे किसी वजह से शक था कि प्रमोद कुमार ने उस केस में उसके खिलाफ पैरवी की थी. प्रमोद कुमार के मुताबिक इसी बात की रंजिश में इंद्रजीत ने अपनी बुआ के साथ इस वारदात को अंजाम दिया है. प्रमोद कुमार ने पुलिस को दिए शिकायत में बताया सोमवार की दोपहर वह अपने दफ्तर में काम कर रहे थे. इसी दौरान कानपुर के बर्रा निवासी रानी निगम और उनका भतीजा इंद्रजीत निगम केबिन में घुस आए. आते ही इन दोनों ने गाली-गलौज शुरू कर दी.

पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया

उन्होंने विरोध करने की कोशिश की तो इंद्रजीत ने तवे से उनके पर हमला कर दिया. शोर सुनकर ऑफिस में मौजूद कर्मचारी दौड़कर केबिन में आए और आरोपियों को दबोच लिया. इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. इस दौरान आरोपी वहां भागने लगे, लेकिन कर्मचारियों ने इन्हें घेर लिया. इतने में पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया है. विभूति खंड थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अमर सिंह के मुताबिक डिप्टी कमिश्नर प्रमोद कुमार पहले कानपुर में तैनात थे. कुछ साल पहले ही उनका तबादला लखनऊ हुआ है. कानपुर में रहने के दौरान ही इनके बीच कुछ विवाद हुआ था और उसी विवाद में यह घटनाक्रम हुआ है.