थाईलैंड की वांटेड महिला लखनऊ एयरपोर्ट पर अरेस्ट, नेपाल के रास्ते भारत में की थी एंट्री
लखनऊ एयरपोर्ट पर एक ब्लैकलिस्टेड थाई महिला को हिरासत में लिया गया है. महिला के पास 3 फर्जी पासपोर्ट और 2 ID भी बरामद की गई हैं. महिला ने बताया कि भारत में उसकी एंट्री नेपाल के रक्सौल बार्डर के जरिए हुई थी.
लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एअरपोर्ट पर अधिकारियों ने थाईलैंड की एक ब्लैकलिस्टेड महिला को हिरासत में लिया. थोंगफुन चायफा उर्फ दरिन चोकथनपट नाम की ये महिला फर्जी पासपोर्ट के जरिए बैंकॉक जाने की फिराक में थी. चेकिंग के दौरान उसके दस्तावेज संदिग्ध लगे. जिनकी जांच करने पर पता चला कि ये दस्तावेज फर्जी हैं. जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया. अधिकारियों ने उसके पास से 3 फर्जी पासपोर्ट, दो थाई ID, बोर्डिंग पास और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं.
ऐसे हुई एंट्री
जांच में पता चला कि यह महिला पहले से ही भारत में यात्रा के लिए ब्लैकलिस्टेड है. मार्च 2025 में उसे एक्जिट परमिट पर भारत से भेजा गया था. इसके बावजूद, वह 31 जुलाई 2025 को नेपाल के रक्सौल बॉर्डर के जरिए फर्जी पासपोर्ट का उपयोग करके भारत में दाखिल होने में कामयाब हो पाई.
पूछताछ में महिला ने बताया कि लखनऊ का रहने वाले जसविंदर सिंह ने उसके लिए फर्जी पासपोर्ट बनवाए. इन पासपोर्ट में न केवल उसका नाम, बल्कि माता-पिता के नाम भी बदल दिए गए थे.
फर्जी निकला पासपोर्ट नंबर
महिला ने बताया कि वह जुलाई 2024 में भी भारत आई थी और वीजा उल्लंघन के कारण ब्लैकलिस्टेड हो गई थी. इसके बाद वह जसविंदर सिंह के लखनऊ के एक घर में रह रही थी. इमीग्रेशन अधिकारियों की मानें तो जांच के दौरान महिला ने जो पासपोर्ट नंबर AD 2175735 दिखाया वो फर्जी निकला.
पुलिस ने आरोपी जसविंदर सिंह और उसके सहयोगियों के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी है. यह मामला फर्जी दस्तावेजों के जरिए अवैध एंट्री जैसी आपराधिक साजिश के तहत आता है, जिसके लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
उठ रहे सवाल
ये ऐसा पहला मामला नहीं है, जब नेपाल बार्डर से अवैध एंट्री हुई हो. आए दिनों ऐसे मामले सामने आते रहते हैं, जहां अवैध गतिविधियों के लिए नेपाल बाड्रर का ही सहारा लिया जा सकता है. दरअसल इस बार्डर पर ज्यादा सख्ती देखने को नहीं मिलती, इसीलिए यहां से कई आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है.