लखनऊ में कर्बला से कैसे चोरी हुआ घोड़ा? शिया समुदाय की आस्था से जुड़ा है ‘जुलजनाह’, सुराग देने वाले को मिलेंगे ₹50 हजार

लखनऊ के तालकटोरा से शिया समुदाय का पवित्र 'जुलजनाह' घोड़ा चोरी हो गया. ईरानी नस्ल का यह घोड़ा मोहर्रम जुलूस का महत्वपूर्ण हिस्सा था, जिसकी कीमत ₹5 लाख से अधिक है. CCTV फुटेज में चोर कैद हुआ. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. वहीं, घोड़े का सुराग देने वाले को ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया है.

लखनऊ के तालकटोरा से शिया समुदाय का पवित्र 'जुलजनाह' घोड़ा चोरी

लखनऊ के तालकटोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत राजाजीपुरम स्थित खुदाबख्श कर्बला परिसर से शिया समुदाय की धार्मिक आस्था से जुड़ा कीमती सफेद घोड़ा ‘जुलजनाह’ (दुलदुल) चोरी हो गया. यह वारदात बुधवार तड़के करीब 4:30 बजे हुई, जब चोर ने अस्तबल से घोड़े को खोलकर ले गया. पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई, जिसमें एक व्यक्ति घोड़े को ले जाते दिखाई दे रहा है.

कर्बला के प्रबंधक सैनवीम नकवी ने बताया कि यह घोड़ा ईरानी नस्ल का है और धार्मिक महत्व के कारण विशेष देखरेख में रखा जाता था. इसे मुहर्रम के जुलूस में हजरत इमाम हुसैन की सवारी के प्रतीक के रूप में निकाला जाता है. घोड़ा बेहद खूबसूरत और सफेद रंग का था, जिसकी कीमत करीब 5 लाख रुपये अधिक बताई जा रही है. इसे डेढ़ साल पहले उत्तराखंड से खरीदा गया था.

मौका पाकर अस्तबल से चोर ने चुराए घोड़े

प्रबंधक के अनुसार, घोड़े की देखरेख करने वाला कर्मचारी उस समय छत पर था. इसी बीच चोर ने मौका पाकर अस्तबल से घोड़े को खोला और ले गया. चोरी की जानकारी मिलते ही आसपास तलाश की गई, लेकिन घोड़ा नहीं मिला. बाद में सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिसमें चोर घोड़े को आशियाना पुल की तरफ ले जाते दिख रहा है.

पुलिस जांच में जुटी, इनाम की घोषणा

तालकटोरा पुलिस ने प्रबंधक की तहरीर पर अज्ञात चोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कुलदीप दुबे ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. आसपास के अन्य कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा.

इस बीच, घोड़े की बरामदगी के लिए सुराग देने वाले को 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है. शिया समुदाय में इस चोरी से नाराजगी है, क्योंकि जुलजनाह इमाम हुसैन के घोड़े का प्रतीक है, जो कर्बला की जंग में उनकी वफादारी और बलिदान की मिसाल माना जाता है. यह समुदाय के आस्था प्रतीक है. उम्मीद है कि जल्द घोड़ा बरामद हो जाएगा.