बदलेगा मिर्जापुर जिले का नाम! मंत्री नंदी की बैठक में बनी सहमति; प्रस्ताव भेजने के निर्देश
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले का नाम जल्द ही बदल सकता है. प्रभारी मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की बैठक में इस प्रस्ताव पर सहमति बन गई है. अब इस प्रस्ताव को जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. जिले का नाम बदलने की लंबे समय से मांग हो रही थी.
उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल में स्थित मिर्जापुर जिले का नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस जिले का नम कई सालों से बदले की मांग उठ रही है. कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की बैठक में अब इसपर सहमति बन गई है. मंत्री नंदी ने जिला प्रशासन को प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिए हैं, ताकि इसे आगे मुख्यमंत्री को सौंपा जाएं.
मिर्जापुर जिले में स्थित विंध्याचल धाम में विराजमान मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर हिंदुओं का सबसे बड़ा आस्था का केंद्र है. यहां पर हर दिन हजारों की संख्या में लोग पहुंचकर मां विंध्यवासिनी देवी का दर्शन पूजन करते हैं. मिर्जापुर वेब सीरीज बनने के बाद से हो रहे छवि खराब के चलते जिला का नाम बदलने की मांग तेजी से उठने लगी थी.
नगर पालिका अध्यक्ष ने इस नाम का दिया सुक्षाव
मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर जिले में स्थित होने के कारण कई बार मिर्जापुर का नाम विंध्याचल धाम करने की मांग की गई. वहीं, गुरुवार के जिला प्रशासनिक समन्वय समिति की बैठक में मिर्जापुर जिले का नाम बदलने पर सहमति बनी है. नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी ने बैठक में ‘विंध्याचल धाम’ नाम का सुझाव दिया.
अष्टभुजा डाकबंगला में हुई इस बैठक में प्रदेश के कैबिनेट और जिले के प्रभारी मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी शामिल थे. इस दौरान बैठक में ‘विंध्याचल धाम’ नाम पर सहमति बनी है. इसके बाद मंत्री नंदी ने जिला प्रशासन को प्रस्ताव बनाकर भेजने का निर्देश दिया. प्रस्ताव बनाकर तैयार होने के बाद इसे मुख्यमंत्री के पास भेज जाएगा.
सदर विधायक भी सीएम योगी को लिख चुके हैं पत्र
सदर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा नाम बदलने को लेकर मुख्यमंत्री से भी पत्राचार कर चुके हैं. यही नहीं नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी ने भी कई बार मिर्जापुर का नाम विंध्याचल धाम करने की मांग कर चुके हैं. मिर्जापुर के लोग भी चाहते हैं कि विंध्याचल धाम हो जाएगा तो मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर को नहीं बताना पड़ेगा कि जनपद में है.