लॉकर में भी सुरक्षित नहीं गहने! मुरादाबाद के बैंक से चोरी हो गए 30 लाख के जेवर, खबर मिलते मचा हड़कंप
मुरादाबाद के आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के लॉकर से 30 लाख रुपये के गहने चोरी हो गए. एक ग्राहक ने 3 लाख का लोन लेकर गहने गिरवी रखे थे, लोन चुकाने पर गहने नहीं मिले. विवाद बढ़ने पर बैंक ने ग्राहक को मुआवजा दिया और दो कर्मचारियों पर शक करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. वहीं कर्मचारियों से बैंक ने पूछताछ की तो दोनों ने जहर खा लिया और फरार हो गए.

यदि आप बैंक के लॉकर में अपने जेवर रखते हैं या फिर बैंक में अपने जेवर गिरवी रखते हैं, तो फिर आपको सावधान हो जाने की जरूरत है. कोई जरूरी नहीं कि आपके जेवर बैंक में सुरक्षित रखे हों. जी हां, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद स्थित आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में हुई घटना तो यही कहानी बताती है. यहां एक व्यक्ति अपने 30 लाख रुपये कीमत के गहने गिरवी रखकर 3 लाख का लोन लिया था, लेकिन जब लोन चुकाने के बाद उसने अपने गहने वापस मांगे तो पता चला कि गहने चोरी हो गए हैं.
इस जानकारी के बाद पीड़ित युवक ने हंगामा किया तो बैंक ने उसके गहनों की कीमत लौटाकर उसे शांत तो करा दिया, लेकिन इसके बाद सवाल बैंक की शाख और बैंक के अंदर सुरक्षा का आ गया. ऐसे में बैंक प्रबंधन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. इसमें बैंक मैनेजर ने दो कर्मचारियों सूरज सैनी और पवन सैनी को जिम्मेदार बताते हुए उनके खिलाफ नामजद तहरीर दी है. कहा कि ये दोनों आरोपी कर्मचारी जून महीने से बैंक नहीं आ रहे हैं.
पूछताछ करने पर कर्मचारियों ने खाया जहर
जबकि इसके लिए उन्हें कई बार नोटिस भी जारी किया गया है. बैंक प्रबंधन ने पुलिस को बताया कि लॉकर से सोना गायब होने की जानकारी होने के बाद दोनों कर्मचारियों के घर जाकर पूछताछ की गई. इस दौरान दोनों ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया. इसके बाद उन्हें अज्ञात स्थान पर ले जाकर इलाज कराया जा रहा है. बैंक मैनेजर के मुताबिक बैंक में तिजोरी संचालन की जिम्मेदारी इन्हीं दोनों कर्मचारियों की थी.
मामले की जांच में जुटी मुरादाबाद पुलिस
वहीं शाखा के उप-प्रबंधक निजाम और अक्षय दीप आपातकालीन स्थिति में तिजोरी संचालित करते थे. मुरादाबाद के एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह के मुताबिक शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. दोनों आरोपी कर्मचारियों की तलाश कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि बैंक प्रबंधन ने ग्राहक को उसके गहनों की कीमत लौटाकर उसे संतुष्ठ कर दिया है.



