निशाने पर NRI और OTT सब्सक्रिप्शन का झांसा… नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

नोएडा में एक बड़े फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश हुआ है. ये गैंग विदेश में बैठे भारतीय को झांसा देकर लाखों की ठगी कर रहा था. इस रैकेट का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है. पुलिस ने गैंग की महिला सरगना समेत 6 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो सस्ते OTT सब्सक्रिप्शन के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे थे.

नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर जिले में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर की धड़पकड़ जारी है. इसी क्रम में साइबर अपराध पर सख्ती करते हुए नोएडा साइबर पुलिस ने एक ऐसे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जो विदेश में रह रहे भारतीयों को भारतीय और पाकिस्तानी OTT प्लेटफॉर्म के सस्ते सब्सक्रिप्शन देने का झांसा देकर ठगी कर रहा था.

यह कॉल सेंटर सेक्टर-2 नोएडा में WEBBIZ SERVICES LLC के नाम से चल रहा था. यहां से एक बड़े ऑनलाइन ठगी रैकेट को संचालित किया जाता था. इस रैकेट का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है. फेस 1 थाना पुलिस और सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्रवाई में गैंग की महिला सरगना समेत 6 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.

विदेश में बैठे भारतीय नागरिकों को बनाते थे निशाना

डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि इस गैंग की मुख्य सरगना कनिष्का है जो कि BA पास है. इसके अलावा और अन्य जो लोग है ये सब फंडिंग बेसिस पर काम करते थे. मतलब जितना ज्यादा ठगी का इकट्ठा किया हुआ पैसा उतनी ज्यादा सेलरी. इस कॉल सेंटर को कनिष्का और अनिल दोनों मिलकर चला रहे थे.

उन्होंने बताया यह लोग विदेश में बैठे भारतीय नागरिकों को नेटफ्लिक्स, अमेजॉन प्राइम, डिजनी हॉटस्टार जैसे OTT प्लेटफार्म की मेंबरशिप देकर ठगी किया करते थे. एक मेंबरशिप बनाकर फिर ये पाकिस्तान अमेरिका इंग्लैंड आदि जगहों पर रहने वाले भारतीय नागरिकों को अलग-अलग OTT पासवर्ड और आईडी बनाकर भेजते थे.

डीसीपी नोएडा ने बताया कि ज्यादातर ये लोग 1 साल के पैकेज का लालच देते थे और इन्हें $100 डॉलर $200 डॉलर में बेच कर बीच में ही मेंबरशिप को बंद कर देते थे. फिर इनके पास जब लोग मेंबरशिप खत्म होने के लिए फोन करते थे तो उन्हें कोई ना कोई बहाना बनाकर फिर से रिनुअल करने के नाम पर ठगी किया कर लेते थे.

क्या-क्या हुआ बरामद? गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज

डीसीपी ने बताया कि इनके पास से 20 मोबाइल फोन, मॉनिटर, CPU, लैपटॉप, IPTV बॉक्स और इंटरनेट राउटर सहित बड़ी मात्रा में डिजिटल उपकरण भी बरामद हुए हैं. इसके अलावा जिन अकाउंट में यह पैसा लेते थे उनको फ्रिज कराया जा रहा है. पूछताछ में अब तक इन्होंने बताया है कि ये कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर चुके हैं.

पुलिस ने इनके खिलाफ साइबर अपराध और टेलीकॉम कानून के तहत गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है. इनके खिलाफ BNS की धारा 319(2), 318(4), 336(3), 340(2), 3(5), आईटी एक्ट की धारा 66 और टेलीकॉम एक्ट की धारा 66D में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.