इस बंदर की दरोगा से क्या दुश्मनी? तीसरी मंजिल से सिर पर फेंककर मारा ईंट, हेलमेट से बची जान

ग्रेटर नोएडा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, यहां एक बंदर ने दरोगा आशीष तिवारी पर तीसरी मंजिल से ईंट फेंककर हमला कर दिया. हेलमेट पहनने के कारण दरोगा की जान बच गई, लेकिन कंधे पर गंभीर चोट आई है. इससे पहले बंदर ने एक बच्चे को भी घायल किया था. इलाके में बंदरों का आतंक गंभीर समस्या बन गया है, जिसके समाधान की लोग प्रशासन से लगातार मांग कर रहे हैं.

सांकेतिक तस्वीर

राष्ट्रीय राजधानी से सटे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक हैरान करने वाली घटना हुई है. यहां एक मकान की तीसरी मंजिल की मुंड़ेर पर बैठे बंदर ने नीचे खड़े उत्तर प्रदेश के दरोगा के सिर पर ईंट फेंककर हमला किया. गनीमत रही कि दरोगा हेलमेट पहने थे. लेकिन उनके सिर पर गिरा ईंट हेलमेट से टकराकर कंधे पर लगा. इससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं. इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी तरह तरह की चर्चा हो रही है. लोग पूछ रहे हैं कि आखिर इस बंदर की दरोगा से क्या दुश्मनी हो सकती है?

मामला दनकौन कोतवाली क्षेत्र का है. जानकारी के मुताबिक दनकौर कोतवाली में तैनात दरोगा आशीष कुमार तिवारी शनिवार की शाम को अपनी बाइक पर सवार होकर गश्त पर जा रहे थे. थाने से निकलकर वह कुछ ही दूर चले थे कि एक मकान की तीसरी मंजिल की मुंडेर पर बैठे बंदर ने अचानक से एक ईंट उठाया और पूरी ताकत लगाकर दरोगा आशीष तिवारी के ऊपर फेंक मारा. निशाना सटीक था, इसलिए ईंट सीधा दरोगा के हेलमेट से टकराया. इससे हेलमेट तो टूट गया, लेकिन दरोगा के सिर में कोई चोट नहीं आई. इसके बाद वह ईंट लुढ़ककर दारोगा के कंधे पर लगा. इससे उनके कंधे में गंभीर चोट आई है.

एक बच्चे पर भी बंदर का हमला

स्थानीय लोगों के मुताबिक दरोगा से हमले से पहले एक बंदर ने यहीं पर एक बच्चे के ऊपर भी हमला किया. इस हमले में बच्चा बुरी तरह से जख्मी हो गया है. बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उधर, दरोगा को भी कंधे में गंभीर चोट की वजह से अस्पताल ले जाना पड़ा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस इलाके में कई दिनों से बंदरों का आतंक है. इस संबंध में कई बार नगर पंचायत और जिला प्रशासन के अधिकारियों को शिकायत भी दी गई, लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं निकला है.

सोशल मीडिया पर खूब हो रही चर्चा

इस घटना की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है. कई यूजर्स का कहना है कि अब तक सामान तोड़ने वाले या कंधे पर बैठकर चश्मा निकाल ले जाने वाले बंदरों की कहानी तो सुनी, लेकिन पहली बार ईंट फेंककर मारने वाले बंदर को देखा जा रहा है. कुछ लोगों ने तो बंदर की इस करतूत को दरोगा से पिछले जन्म की दुश्मनी तक बता दिया है. वहीं स्थानीय लोगों ने इस संबंध में एक बार फिर नगर पंचायत से गुहार लगाई है. इलाके में घूम रहे सौ से अधिक बंदरों को पकड़वाने की मांग की है.