नोएडा एयरपोर्ट का भव्य उद्घाटन टला, टेंट-पंडाल हटाने शुरू; एयरड्रोम लाइसेंस न मिलने से फिरा पानी

नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर निराशाजनक खबर है.एयरपोर्ट का भव्य उद्घाटन इस साल के लिए टाल दिया गया है. यह स्थिति DGCA से एयरोड्रम लाइसेंस न मिलने की वजह से पैदा हुई. उद्घाटन कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर थीं, लेकिन अब मौके से टेंट-पंडाल हटाने शुरू हो गए हैं.

नोएडा एयरपोर्ट का भव्य उद्घाटन टला Image Credit:

नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन को लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी मानी जा रही थी. बड़े स्तर का भव्य आयोजन तय था. लेकिन उद्घाटन से ठीक पहले पूरा कार्यक्रम अचानक टाल दिया गया. एयरड्रोम लाइसेंस न मिलने से एक बार फिर उद्घाटन की डेट बढ़ गई. इस लाइसेंस के बिना एयरपोर्ट का संचालन शुरू नहीं किया जा सकता है.

डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन (DGCA) की अंतिम मंजूरी लंबित होने से कार्यक्रम रद्द करना पड़ा है. प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, उद्घाटन कार्यक्रम रद्द होने की सूचना के बाद इवेंट कंपनी ने मौके से मंच, टेंट, कुर्सियां और अन्य सजावटी सामग्री हटानी शुरू कर दी है. ट्रकों में सामान लादकर साइट को खाली किया जा रहा है.

खरमास भी बाधा, अब अगले साल उद्घाटन

अधिकारियों के मुताबिक, डीजीसीए द्वारा सुरक्षा और तकनीकी जांच से जुड़े कुछ जरूरी बिंदुओं की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं. इन्हें पूरा होते ही एयरड्रोम लाइसेंस जारी किया जाएगा. लाइसेंस मिलने के बाद ही एयरपोर्ट को संचालन की अनुमति दी जा सकती है. अब सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद ही उद्घाटन की नई तारीख घोषित की जाएगी.

अधिकारियों का कहना है कि एयरड्रोम लाइसेंस जल्द जारी होने की संभावना है, जिसके बाद ही उद्घाटन होगी. इसके अलावा, 16 दिसंबर से खरमास शुरू होने के कारण भी बड़े शुभ कार्यक्रम नहीं किए जाते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि एयरपोर्ट का शुभारंभ अब जनवरी 2026 के मध्य में होने की संभावना है.

एयरपोर्ट का उद्घाटन टलने से लोग निराशा

जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन टलने से लोग निराशा जरूर है, लेकिन लोगों को उम्मीद है की जल्द ही एयरपोर्ट का भव्य उद्घाटन होगा. जेवर एयरपोर्ट खुलने से रोजगार बढ़ेंगे, निवेश आएगा, पूरे वेस्ट यूपी की कनेक्टिविटी सुधरेगी. हालांकि, देर से ही सही लेकिन जब खुलेगा तो जनता को वर्ल्ड-क्लास एयरपोर्ट मिलेगा.

एयरपोर्ट के पहले फेज में 1,334 हेक्टेयर एरिया में रनवे, टैक्सीवे, टर्मिनल बिल्डिंग और पार्किंग एरिया का निर्माण पूरा हो चुका है. बैगेज हैंडलिंग सिस्टम, बोर्डिंग प्रोसीजर, सिक्योरिटी स्क्रीनिंग और पैसेंजर मैनेजमेंट से जुड़े सभी टेक्निकल टेस्ट सफल रहे हैं. कुछ ज़रूरी सिक्योरिटी और टेक्निकल इंस्पेक्शन फॉर्मैलिटीज़ अभी पूरी होनी बाकी हैं.

क्या होता है एयरड्रोम लाइसेंस?

एयरोड्रम लाइसेंस, किसी भी एयरपोर्ट पर उड़ानें शुरू होने से पहले सबसे जरूरी होता है. यह लाइसेंस केवल तभी मिलता है जब एयरपोर्ट हर तरह के सुरक्षा मानकों पर खरा उतरता है. इस अनुमति को देने की जिम्मेदारी DGCA जैसी नियामक एजेंसियों की होती है. विस्तृत निरीक्षण और तकनीकी जांच पूरी करने के बाद ही यह आधिकारिक अनुमति मिलती है.