न मथुरा, ना काशी और न ही अयोध्या… भीड़भाड़ से बचकर यहां मना सकते हैं न्यू ईयर

अयोध्या, मथुरा जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों से हटकर उत्तर प्रदेश में कुछ ऐसे भी स्थान हैं, जहां आप नए साल का जश्न शांति से मना सकते हैं. इनमें सारनाथ, विंध्याचल, प्रयागराज, झांसी, चित्रकूट, आगरा और नोएडा-गाजियाबाद के पिकनिक स्पॉट बेहतर विकल्प हो सकते हैं. इन स्थानों पर आपको आध्यात्मिक शांति, रोमांच और प्रकृति का संगम मिलेगा, जहां परिवार संग आप भीड़ से बचकर नए साल का आनंद ले सकते हैं.

सांकेतिक तस्वीर Image Credit:

नए साल का जश्न शुरू ही होने वाला है. अभी से राम नगरी अयोध्या, भगवान विश्वनाथ की नगरी काशी और भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा-वृंदावन में भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. इस भीड़ की वजह से ना केवल धक्का-मुक्की शुरू हो गई है, बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर भी जवाब देने लगा है. हालात को देखते हुए इन सभी शहरों के प्रशासन से लोगों से अपील की है कि अब और ना आएं. ऐसी स्थिति में आपके मन में यह सवाल उठ सकता है कि फिर हम न्यू ईयर का जश्न कहां मनाएं? इस सवाल के जवाब होने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है.

हम आपको उत्तर प्रदेश के कुछ ऐसे स्पॉट बता रहे हैं, जहां भीड़ भाड़ से मुक्त होकर आप बड़े आराम से अपने परिवार के साथ ना केवल जश्न मना सकते हैं, बल्कि अपनी इस पिकनिक पार्टी को यादगार भी बना सकते है. ऐसे ही कुछ स्थान पूर्वांचल में वाराणसी के पास सारनाथ, मिर्जापुर में विंध्याचल और प्रयागराज हैं. महात्मा बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति स्थल सारनाथ में आपको अद्भूत शांति की अनुभूति होगी.यहां दुनिया भर से लोग आते हैं. इसी प्रकार संगम नगरी प्रयागराज और विंध्याचल पर्वत की गोद में बसा मां विंध्यवासिनी के भव्य मंदिर में आपका नया साल यादगार हो जाएगा. कुशीनगर स्थित बौद्ध सर्किट भी एक बेहतर स्थान हो सकता है.

गौरव और रोमांच से भर देगा बुंदेलखंड

बुंदेलखंड में नए साल का जश्न मनाने के लिए रानी लक्ष्मी बाई के नगर झांसी जा सकते हैं. यहां आपको झांसी का किला और लक्ष्मीबाई से संबंधित संग्रहालय आपके जश्न को यादगार बना देगा. पास में ही दुधवा नेशनल पार्क है, जहां आप जंगल सफारी और वन्यजीव देखने का रोमांच उठा सकते हैं. इसके अलावा भगवान श्रीराम और भरत की मिलन स्थली चित्रकूट भी है. यहां के पहाड़ और झरने आपको रोमांचित तो करेंगे ही आध्यात्मिक शांति का भी एहसास कराएंगे. ये स्थान ऐसे हैं जहां एक बार जाने के बाद आप बार बार जाना चाहेंगे.

अध्यात्मिक शांति के लिए यहां जाएं

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई ऐसे स्थान हैं, जो पौराणिक हैं और यहां आकर आपको अध्यात्मिक शांति की अनुभूति होगी. इनमें मेरठ के पास हस्तिनापुर, गंगा का किनारा, बागपत में वरणावत, ताज सिटी आगरा शामिल है. आगरा में आपको ताजमहल के अलावा ऐतिहासिक धरोहर देखने के लिए मिल जाएंगे. यहां पास में ही फतेहपुर सीकरी भी जिसे यूनेस्को ने धरोहर घोषित किया है. यहां भी आप अपने परिवार के साथ नए साल का जश्न मना सकते हैं.

नोएडा-गाजियाबाद वाले कहां जाएं?

वैसे तो नोएडा-गाजियाबाद वाले नए साल के जश्न की प्लानिंग पहले ही कर लेते हैं. ज्यादातर लोग उत्तराखंड, हिमाचल और कश्मीर जैसे राज्यों का रूख कर लेते हैं. वहीं जिन लोगों ने अब तक इसकी प्लानिंग नहीं की है तो उनके लिए नोएडा में ओखला बर्ड सेंचुरी मेट्रो स्टेशन के पास जंगल ट्रेल बेहतर विकल्प हो सकता है. इसके अलावा बॉटनिकल गार्डन, राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल और ग्रीन गार्डन, वेटलैंड पार्क (सेल्फी पॉइंट्स और तालाब), वेदा एडवेंचर पार्क और ओखला बर्ड पार्क भी हैं. इसी प्रकार गाजियाबाद में हिंडन नदी के किनारे बना सिटी फॉरेस्ट पार्क, स्वर्ण जयंती पार्क और ड्रिज्जलिंग लैंड (वॉटर एंड एम्यूजमेंट पार्क) बेहतर विकल्प हो सकता है.