‘मैं RAW का स्पेशल ऑफिसर हूं’ बोलकर ठगता था, नोएडा में 5 पैन कार्ड-दो आधार, 20 बैंकों वाला शख्स को STF ने ऐसे धर दबोचा

यूपी एसटीएफ को नोएडा में एक ऐसे शख्स के बारे में सूचना मिली जो खुद को RAW अधिकारी बताते हुए घूम रहा है. एसटीएफ ने सूरजपुर में जब उसे धर दबोचा तो उसकी सच्चाई खुलकर सामने आ गई. दरअसल वह फेक रॉ ऑफिसर की आईडी से लोगों को ठगने का काम करता था.

नोएडा में पकड़ा गया फर्जी रॉ ऑफिसर

नोएडा के सूरजपुर से एक फर्जी RAW ऑफिसर को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. वह अक्सर लोगों को अपनी बातों में फांसते हुए फर्जी पहचान पत्रों के जरिए लोगों को भरोसा दिलाता रहता था कि वह एक गोपनीय मिशन पर लगा हुआ है. लंबे समय से चला आ रहा उसका ये खेल खुल गया है.

हाल ही में यूपी एसटीएफ को नोएडा में एक ऐसे शख्स के बारे में सूचना मिली जो खुद को RAW अधिकारी बताते हुए घूम रहा है. कई लोगों से उसके व्यवहार की शिकायतें मिल रही थीं. फिर STF ने उसे ट्रैक करना शुरू किया. इस दौरान सूरजपुर के पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट सोसायटी होने की जानकारी मिली. पुलिस ने दबिश देकर जब शख्स को गिरफ्तार किया तो वह कोई खूफिया अधिकारी नहीं बल्कि बिहार के वैशाली जिले का रहने वाला सुनीत कुमार निकला.

धोखाधड़ी का संगठित नेटवर्क चला रहा था आरोपी

आरोपी के पास से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, पहचान पत्र और कई बैंकिंग सामग्री बरामद की गई है. एसटीएफ के अधिकारी राजेश कुमार मिश्र के मुताबिक आरोपी धोखाधड़ी का संगठित नेटवर्क चला रहा था. वह एक फर्जी कंपनी तैयार कर लोगो के शेयर बाजार के नाम पर ठगी करने की फिराक में था. लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

रॉ अधिकारी का धौंस देकर कई लोगों को ठगा

पूछताछ में पता चला है कि आरोपी रॉ अधिकारी होने का धौंस देकर सरकारी काम करवाने, जांच प्रभावित करने या उच्च स्तरीय संपर्क होने का झांसा देकर उनसे पैसे वसूलता था. वह लंबे समय से दिल्ली–एनसीआर में सक्रिय था और कई लोगों को अपनी पहचान के झांसे में लेकर ठग चुका है.

आरोपी के पास से मिले 20 बैंक चेकबुक और 5 पैन कॉर्ड

यूपी एसटीएफ के मुताबिक आरोपी के फ्लैट से बड़ी मात्रा में संदिग्ध और फर्जी दस्तावेज मिले. इसके साथ ही उसके पास से 20 अलग-अलग बैंकों की चेक बुक डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड 5 पैन कार्ड,17 विभिन्न नामों पर तैयार किए गए एग्रीमेंट, 2 आधार कार्ड और 3 वोटर आईडी हासिल हुए हैं. उसके बैंक अकाउंट में तकरीबन 40 लाख रुपये की रकम मिली है. फिलहाल, आरोपी का बैंक अकाउंट फ्रीज. साथ ही उसके अकाउंट में मिले पैसों का सोर्स भी पता कराया जा रहा है.

बार-बार बदलता था अपना नाम

प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी कई फर्जी पहचान का उपयोग करता था. अलग–अलग नामों पर बैंकिंग दस्तावेज, एग्रीमेंट और आईडी इस्तेमाल करके वह अपने असली नाम को छुपाता था. कभी राहुल तो कभी अमित तो कभी कोई अन्य शख्स बन जाता था. ऐसा वह इसलिए अपनी गतिविधियां जांच एजेंसियों से छिपाने के लिए करता था. एसटीएफ उससे यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसके इस नेटवर्क में और कौन–कौन शामिल है और उसने किस हद तक लोगों को नुकसान पहुंचाया है.

कुछ ही महीनों में बदल देता था अपना रहने का ठिकाना

जांच में यह बात भी सामने आई कि आरोपी लगातार किराए के घर को बदलता था. कभी 2 महीने तो कभी 6 महीने में वह रहने का ठिकाना चेंज कर देता था. जिनसे मिलता, उन्हें बताता कि वह RAW में स्पेशल ड्यूटी पर है. इसी का झांसा देकर वह अपने कई अवैध काम कराने के साथ-साथ लोगों को ठग चुका है. फिलहाल STF आरोपी से यह जानने का प्रयास कर रही है कि उसके पास इतने फर्जी दस्तावेज़ कहां से आए. एसटीएफ के मुताबिक इस मामले और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं.

(नोएडा से नदीम सैफी की रिपोर्ट)