तारीख तय कर लें… धीरेंद्र शास्त्री ने स्वीकार किया अखिलेश यादव का चैलेंज

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने टीवी9 को दिए इंटरव्यू में अखिलेश यादव के बयान का जवाब दिया. साथ ही अखिलेश यादव की चुनौती को भी स्वीकार किया. बागेश्वर बाबा ने यह भी कहा कि वह खुद दक्षिणा नहीं मांगते हैं, कोई मन से देता है तो स्वीकार कर लेते हैं.

अखिलेश यादव और पंडित धिरेंद्र शास्त्री

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने TV9 से एक्सक्लुसिव बातचीत की है. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की. साथ ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के मोटे पैसे लेने वाले बयान पर भी बात की. सपा नेता ने कहा था कि किसी की हैसियत है कि धीरेंद्र शास्त्री को कथा के लिए अपने घर बुला ले?

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इस दौरान अखिलेश यादव के बिना दक्षिणा लिए कथा करने के चैलेंज को भी स्वीकार किया है. बागेश्वर बाबा ने कहा कि वह अखिलेश यादव के बुलाने पर उनके घर कथा करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर अखिलेश यादव उन्हें बुलाएंगे तो धीरेंद्र शास्त्री सहर्ष कथा करने के लिए जाएंगे.

‘समय तय कर लें, हम वहां जरूर जाएंगे’

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि उनके धाम पर जो लोग उनका मैनेजमेंट संभालते हैं उनसे बात करके अखिलेश यादव समय तय कर सकते हैं. धीरेंद्र शास्त्री वहां जरूर जाएंगे. उन्होंने मोटी रकम पर अखिलेश यादव के तंज पर कहा कि वह खुद दक्षिणा नहीं मांगते हैं. लेकिन कोई खुद से उन्हें दक्षिणा देता है तो वह इनकार नहीं कर सकते.

उन्होंने कहा कि अगर कोई मन से देता है तभी वह दक्षिणा स्वीकार करते हैं. फिर वो उसे जन कल्याण में लगा देते हैं. धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि उनके धाम पर सभी जाति वर्ग के लोग आते हैं और भंडारे में शामिल होते हैं. उनकी कथा में सभी जाति और धर्म के लोग मौजूद रहते हैं, जिनका वह स्वागत करते हैं. उनका कहना है कि वह किसी को मना नहीं करते हैं.

अखिलेश यादव ने क्या कहा था?

सपा प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव ने ये टिप्पणी पिछले महीने इटावा में यादव कथावाचक कांड पर कही थी. उन्होंने कहा था, ‘कई कथावाचक हैं जो 50 लाख रुपये तक लेते हैं. किसी की हैसियत है कि धीरेंद्र शास्त्री को कथा के लिए अपने घर बुला ले. अंडर टेबल लेगा वो बाबा पैसै. आप पता करवा लीजिए, धीरेंद्र शास्त्री पैसे नहीं लेते हैं क्या?