हत्या, अतीक और सपा… पूजा पाल के वो आरोप, जो अखिलेश यादव को कर रहे हैं बेचैन
चायल विधायक पूजा पाल ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कहा कि वह माफिया को संरक्षण देते हैं और उनके द्वारा पालित व पोषित गुंडों से उन्हें जान का खतरा है. उन्होंने आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि सपा के ही शासन में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने दिन दहाड़े गोली मारकर उनके पति की हत्या कर दी थी.
समाजवादी पार्टी से बगावत के बाद निष्कासित विधायक पूजा पाल के तेवर से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव बेचैन हैं. स्थिति यहां तक आ गई कि उन्हें पूजा पाल द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन करने के लिए प्रेस कांफ्रेंस तक करनी पड़ गई. इससे पहले उनके चाचा और शिवपाल सिंह यादव ने भी पूजा पाल को जवाब दिया था. इसके बाद भी पूजा पाल फिर से मुखर हैं. उन्होंने एक बार फिर से सपा सुप्रीमो पर पलटवार किया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि खतरा उन्हें बीजेपी से नहीं, बल्कि सपा द्वारा पोषित लोगों से है.
पूजा पाल ने बिना नाम लिए सपा सुप्रीमो पर सीधा आरोप लगाया. कहा कि वह अपराधियों के संरक्षक हैं, जबकि उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्याय दिलाया है. कहा कि जब यही सच्चाई उन्होंने विधानसभा में बयां कर दी तो उन्हें इस कदर परेशानी हो गई कि उन्हें पार्टी से ही निकाल बाहर कर दिया. वहीं अब, पार्टी से बाहर आते ही उनके लोगों से उन्हें जान का खतरा महसूस होने लगा है. पूजा पाल ने कहा कि नौ ही दिन तो हुए थे उनकी शादी के, अभी हाथों की मेंहदी भी नहीं छुटी थी. इनके द्वारा पालित अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने दिन दहाड़े उनके पति की हत्या कर दी थी.
सोशल मीडिया में वायरल हो रहा पूजा का पत्र
राजू पाल हत्याकांड को याद करते हुए पूजा पाल ने एक चिट्ठी सोशल मीडिया में डाली है. इसमें विधायक पूजा पाल ने सपा सुप्रीमो पर सीधा आरोप लगाए हैं. कहा कि उन्हें जान का खतरा बीजेपी से नहीं, बल्कि सपा द्वारा पालित और पोषित माफिया व गुंडों से है. सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस पत्र में पूजा पाल ने अखिलेश यादव पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. कहा कि यही गुंडे माफिया अब उनकी घेराबंदी में जुट गए हैं और उनके पति राजू पाल की तरह उनकी भी हत्या करना चाहते हैं. यही नहीं, पूजा पाल ने सिलसिलेवार आरोपों की झड़ी लगा दी है.
पूजा पाल ने क्या क्या लगाए आरोप
- पूजा पाल ने साल 2005 में उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की सरकार थी. उस समय उनके विधायक पति को दौड़ा-दौड़ाकर गोलियों से भून दिया गया. उस समय एके-47 से घंटों फायरिंग की गई थी. इसके बाद भी सपा ने हत्यारोपी माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को तीन चुनावों में प्रत्याशी बनाया.
- पूजा पाल ने कहा कि जब उन्हें सहारे की जरूरत थी, वह चुनाव के मैदान में उतरीं तो सपा ने उनके विरोध में पति के हत्यारोपी को मैदान में उतार दिया. यह अलग बात है कि उनके क्षेत्र की जनता और पाल समाज के लोगों ने साथ दिया और सपा के अपराधियों को शिकस्त देने में सफल रहीं थीं. बाद में सपा इन अपराधियों को दूध पिलाकर पालती रही है.
- पूजा पाल ने कहा कि विधानसभा में अतीक का नाम लेना सपा को नागवार लगा है. उन्होंने कहा कि समाज में भ्रम है कि राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग की वजह से उन्हें बाहर किया गया है, जबकि हकीकत यह है कि उन्होंने सदन में अतीक अहमद का नाम लिया तो उन्हें पार्टी से बाहर किया गया है. कहा कि सपा में किसी अपराधी की बुराई बर्दाश्त कर पाने की क्षमता नहीं है.
- पूजा पाल ने कहा कि सपा सुप्रीमो के संरक्षण में आज भी अपराधी माफिया खूब फल फूल रहे हैं. इस समय भी सपा में दर्जनों की संख्या में अपराधी हैं. चूंकि इस समय योगी सरकार की अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति लागू है, इसलिए ये सभी अपराधी चुप हैं. कहा कि सपा सुप्रीमो के ताजा बयान से अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं और इससे उन्हें अपनी जान का खतरा है.
- पूजा पाल ने कहा कि सपा शासन में अपराध होता था, लेकिन योगी सरकार में न्याय मिल रहा है. कहा कि उनके पति की हत्या सपा शासन में हुई और न्याय योगी शासन में मिला है. कहा कि सपा का इतिहास रहा है कि दलितों और पिछड़ों को अपमानित करने का. उन्होंने अखिलेश यादव के उस बयान पर भी तंज कसा है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि सपा से असहमत विधायकों को भाजपा मंत्री बनाए. कहा कि उन्होंने अपनी सरकार में कितने अतिपिछड़ों को मंत्री बनाया था.
अखिलेश यादव को करनी पड़ी प्रेस कांफ्रेंस
पूजा पाल के सिलसिलेवार आरोपों से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी बेचैन नजर आए. उन्हें आनन फानन में प्रेस कांफ्रेंस कर आरोपों का जवाब देना पड़ा. इसमें अखिलेश यादव ने कहा कि सपा में रहते पूजा पाल सुरक्षित महससू करती थीं, लेकिन बाहर जाते ही उन्हें जान का खतरा महसूस होने लगा. अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें डर है कि कहीं बीजेपी वाले पूजा पाल की हत्या कर उन्हें या सपा के लोगों को ना फंसा दें. इसी के साथ उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री से भी जांच की मांग कर डाली. कहा कि यह पता चलना चाहिए कि आखिर पूजा पाल को किससे डर लग रहा है और क्यों लग रहा है.