प्रयागराज बाढ़: गंगा-यमुना के रौद्र रूप ने दिलाई 1978 की याद, 7 अगस्त तक बंद रहेंगे 12वीं तक के स्कूल
प्रयागराज में गंगा और यमुना नदी खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर पहुंच गया है. जिले में 107 शहरी मोहल्ले और गांव बाढ़ की चपेट में हैं. अब तक 7000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया हैं. कई गांवों का संपर्क टूट गया है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ बचाव में लगी हुई है.

प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों ने विकराल रुप ले लिया है. लगातार बारिश की वजह से दोनों नदियां के जलस्तर में काफी बढ़ोतरी हुई है. गंगा और यमुना खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रही हैं. इससे लोगों को 1978 में आई बाढ़ की यादें ताजा हो रही हैं. प्रशासन के मुताबिक जिले में 107 शहरी मोहल्ले और गांव बाढ़ की चपेट में हैं. 7000 से ज्यादा लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रयागराज जिले से कई गांव का संपर्क कट गया है. मोहल्ले की गलियों में नावें चल रही हैं. 250 नावों का इंतजाम लोगों को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों से निकालने के लिए किया गया है. कई लोग अभी भी बाढ़ग्रस्त इलाके में फंसे हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जल पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है. बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए शहरी क्षेत्र में 18 राहत शिविर बनाए गए है.
7000 से ज्यादा लोग राहत शिविरों में
प्रयागराज में गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के बीच बाढ़ग्रस्त इलाके से लोगों को निकाला जा रहा है. उन्हें जिले में बनाए गए राहत शिविरों में रखा गया है. जहां प्रशासन की ओर से उनके लिए खाने से लेकर दवा और जरूरी संसाधन मुहैया कराया जा रहा है. राहत शिविरों में बड़ी संख्या में प्रतियोगी छात्र भी रह रहें हैं. उनका कहना है कि वो पिछले तीन दिनों से फंसे हैं.

स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधि और समाजसेवी लोगों की मदद के लिए नाव के जरिए जरूरी सामान मुहैया करा रहे हैं. यहां पर लोगों तक दूध, ब्रेड, पीने का पानी और केला पहुंचाया जा रहा है. हालांकि प्रशासन भी लोगों से लगातार अपील कर रहा है कि लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर चले जाएं. छोटा बघाड़ा इलाके में भी बाढ़ से तबाही है.
12वीं तक के सभी स्कूल किए गए बंद
प्रयागराज से बदरा, सोनौटी, ढोलबजवा, बरसैंता, मैदनीया, चौकी, पनासा और पुरवा गांवों का संपर्क टूट चुका है. कमिश्नर, डीएम से लकेर एडीएम और मंत्री तक प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर जायजा ले रहे हैं. जिले में बाढ़ से निपटने के लिए लगभग 250 नावों और 30 मोटर बोट लगाई गई हैं. जबकि करीब 88 बाढ़ चौकी स्थापित की गई. प्रभावित इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है.

एसडीआरएफ, NDRF की टीम के साथ पीएसी की दो टीमें तैनात की गई हैं. इस बीच डीएम ने 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है. प्रयागराज में भारी वर्षा और बाढ़ को लेकर सभी विद्यालय सात अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है. सभी स्कूलों के प्रिंसिपल को इसका कड़ाई से अनुपालन करने के निर्देश जारी हुए हैं.



