58KM लंबी, 4 हजार करोड़ का खर्चा… प्रयागराज से मिर्जापुर तक बनेगी 4 लेन की सड़क

प्रयागराज-मिर्जापुर रोड पर जाम की समस्या से अब जल्द ही राहत मिलेगी. यहां के राष्ट्रीय राजमार्ग डिवीजन के चार लेन हाईवे प्रोजेक्ट को केंद्र सरकारी की तरफ से मंजूरी मिल गई है. 80 किलोमीटर लंबे इस रास्ते पर कई सारे फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा. इसके बनने से विंध्याचल जाने वाले श्रद्धालुओं सहित यहां के और लोगों को काफी सुविधा मिल सकेगी.

प्रयागराज रोड Image Credit: ट्विटर

उत्तर प्रदेश में प्रयागराज–मिर्जापुर रोड पर जाम की समस्या को कम करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग डिवीजन ने इस मार्ग को चार लेन का हाईवे बनाने का प्रस्ताव रखा है. इसके तहत 5 किलोमीटर लंबा पुल और 80 किलोमीटर लंबे मार्ग पर कई फ्लाईओवर बनाए जाएंगे. प्रयागराज–मिर्जापुर सड़क मार्ग प्रयागराज के बिजी रास्तों में गिना जाता है. यहां शक्ति पीठ विंध्याचल होने की वजह से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है.

सड़क जाम एक बड़ी समस्या है जिसका निदान अब होने जा रहा है. दरअसल, इस मार्ग का केवल 22 किमी हिस्सा चार लेन का है. लेकिन, अब शेष बचे 58 किमी के फोर लेन की कवायद शुरू हो गई है. इसके लिए नया प्रस्ताव आया है. इसप्रस्ताव के तहत शेष 58 किमी हिस्से को चौड़ा किया जाएगा ताकि, वाहनों की बढ़ती संख्या को संभाला जा सके. इस योजना का उद्देश्य न केवल यात्रा समय कम करना है बल्कि सड़क सुरक्षा को भी बढ़ाना है.

केंद्र सरकार से था मंजूरी का इंतजार

राष्ट्रीय राजमार्ग प्रभाग–I (PWD) के अधिशासी अभियंता रविंद्र पाल सिंह ने बताया कि “प्रस्ताव को पिछले वित्तीय वर्ष में भेजा गया था और यह वर्तमान में केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रहा है. जैसे ही स्वीकृति मिलेगी, निर्माण चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा.” इसके निर्माण से न केवल क्षेत्रीय विकास और यातायात को सुविधा मिलेगी, बल्कि व्यापार, लॉजिस्टिक्स और दोनों शहरों के बीच संपर्क को भी मजबूती मिलेगी.

एलिवेटेड ब्रिज भी बनाया जाएगा

इस मार्ग पर प्रस्तावित 5 किमी लंबे एलिवेटेड ब्रिज का निर्माण होना है जिसकी मंजूरी मिल चुकी है. नैनी सेंट्रल जेल से एडीए मोड़ तक बनेगा, जिससे भीड़भाड़ वाले इलाकों से बिना रुकावट के गाड़ियां आ-जा सकेंगी. एलिवेटेड ब्रिज के अलावा प्रस्ताव में कई नए फ्लाईओवर और रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) भी शामिल हैं, जिनकी लंबाई 500–700 मीटर होगी. इन्हें महत्वपूर्ण स्थानों पर बनाया जाएगा ताकि, ट्रैफिक का प्रवाह और सुगम हो सके.