UPSC/UPPSC के इंटरव्यू या मेन्स एग्जाम में सफल न होने के बाद भी आप बन सकते हैं मेंटर्स
उत्तर प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है. ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने सिविल सर्विसेज एग्जाम के किसी भी स्टेज में सफलता पाई है वो लखनऊ में मेंटर्स की भूमिका में काम कर सकते हैं.

अगर आप सिविल परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और सफलता मिलने में जरा सी चूक रह गई है तो आपके लिए सुनहरा मौका है. उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण विभाग की तरफ से ऐसे अभ्यर्थियों के लिए नई पहल शुरू की गई है. लखनऊ के अलीगंज के आदर्श पूर्व परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र में जो अभ्यर्थी आईएएस और यूपीपीसीएस की तैयारी कर रहे हैं उन्हें मेंटर्स की सुविधा दी जाएगी.
मेंटर्स की भूमिका में वो लोग रहेंगे, जिन्होंने UPSC या फिर UPPSC की प्रारंभिक या फिर मुख्य परीक्षा को पास कर रखा है. ऐसे अभ्यर्थी यहां के मेंटर्स पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकते हैं. जिन्हें पढ़ाने में और मेंटर्स के रूप में काम करने में रुचि है उनके लिए ये बेहतर मौका हो सकता है.
मेंटर्स के रूप में क्या करना होगा काम?
मेंटर्स के रूप में चयनित लोगों को एक महीने में कम से कम 6 लेक्चर डिलिवरी की सुविधा होगी. हालांकि, कि डिमांड के मुताबिक, इसे बढ़ाया और घटाया जा सकता है. इसके अलावा वो सेंटर के अभ्यर्थियों की ग्रोथ के लिए टेस्ट पेपर की डिजाइनिंग से लेकर उसकी चेकिंग तक की जिम्मेदारी निभाएंगे. छात्रों की पर्फॉमेंस के हिसाब से वो उन्हें ट्रेनिंग दें. एक मेंटर के जिम्मे कम से कम 10 स्टूडेंट आएंगे, जिन्हें उनकी प्रोग्रेस और उनकी मुश्किलों का ध्यान रखना होगा.
मेंटर्स को क्या मिलेगा?
मेंटर्स की जिम्मेदारी निभा रहे लोगों को यहां रहने के लिए घर, खाना और लाइब्रेरी की सुविधा मिलेगी, जिससे वो अपनी भी तैयारी का ध्यान रख सकेंगे. इसके अलावा मेंटर्स अगर क्लास या लेक्चर लेते हैं, तो उन्हें एक लेक्चर के लिए 500 रुपये खर्च दिया जाएगा. चुने गए मेंटर्स इस संस्थान में अधिकतम 2 साल तक के लिए काम कर सकेंगे. अगर आपकी भी रुचि इस पोस्ट के लिए है तो इसमें अप्लाई करने की लास्ट डेट 7 सितंबर है.