‘ये वर्चस्व का टकराव… परिषद vs वाहिनी…’, ABVP कार्यकर्ताओं की पिटाई पर अखिलेश का तंज

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बाराबंकी यूनिवर्सिटी में ABVP कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है. उन्होंने इस घटना को भाजपा का आंतरिक सत्ता संघर्ष बताया और आरोप लगाया कि पार्टी के भीतर वर्चस्व की लड़ाई के लिए यह हिंसा रची गई है. घायल छात्रों के लिए उन्होंने एक लाख रुपये मुआवजे की मांग की है, साथ ही भाजपा पर दिखावटी माफ़ी मांगने का भी आरोप लगाया है.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव

बाराबंकी यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज को लेकर सपा सुप्रीमो व उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि ‘ये भाजपा वाले इसी तरह बहलाते है. ये पहले आपसी झगड़े में खुद बल भर पिटवाते हैं. और फिर दिखावटी माफ़ी मांगने के लिए कान में फुसफुसाते हैं’. उन्होंने कहा कि बाद में ‘हड्डी तक पहुंची’ चोटों पर बातों का ‘बाहरी-ऊपरी’ मलहम लगाते हैं.

यूनिवर्सिटी में मारपीट की घटना को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव सोशल मीडिया पर मुखर हैं. उन्होंने संकेत ही संकेत में बीजेपी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बहुत कुछ लिखा है. कहा कि ‘मुख्य’ पिटवा रहे हैं और ‘उप’ पिटे गए लोगों का हाल पूछने आ रहे हैं. इसी के साथ उहोंने सवाल उठाया कि आख़िर ये मामला है क्या? अखिलेश यादव कह रहे हैं कि छात्र कराहते हुए आपस में बुदबुदा रहे हैं कि ‘या तो दोनों मिले हैं या भिड़े हैं.’

बताया वर्चस्व की अंदरुनी लड़ाई

उन्होंने जानकार सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि दरअसल ये सत्ताधारियों के बीच वर्चस्व की अंदरूनी लड़ाई है. ये आपस में ही वर्चस्व साबित करने के लिए एक दूसरे पर हमले करा रहे हैं.उन्होंने कहा कि सीधे और साफ तौर पर ‘परिषद’ बनाम ‘वाहिनी’ के दो पाटों का है और इनके बीच पिस रहे या पिट रहे लोगों का मामला है. उन्होंने कहा कि खुद ही पिटाई की तस्वीरें और वीडियो भी घर घर पहुंचा रहे हैं. ऐसे में घर इस पिटाई में घायल छात्रों ने भी इस ‘घनघोर पिटाई के वीडियो’ देखे हैं.

घायलों के लिए मांगा एक लाख का मुआवजा

ऐसे में ये जख्मी छात्र सोच रहे हैं कि अब किस मुंह से अपने घर, गली या मोहल्ले में जाकर कहेंगे कि वह सत्ताधारी दल के लोग हैं. सपा सुप्रीमों ने कहा कि इस पिटाई ने इन लोगों की पोर-पोर ही नहीं बल्कि आँखें भी खोल दी हैं. ऐसे में अब वह खुद ही कहने लगे हैं कि भाजपा किसी की सगी नहीं है. इस तंज के साथ अखिलेश यादव ने इस घटना में घायल सभी लोगों को एक लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है.