हमेशा के लिए दफन हुआ वो ‘राज’, किसने की पुलिस कस्टडी में हमले की जुर्रत? विनय त्यागी की मौत से उठे सवाल

पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर विनय त्यागी की पुलिस हिरासत में हुई हत्या से कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. रुड़की कोर्ट में पेशी के दौरान उस पर हमला हुआ, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था और इलाज के दौरान आज उसकी मौत हो गई है. परिजन दावा कर रहे हैं कि विनय ₹750 करोड़ के एक बड़े राज का खुलासा करने वाला था, जिसमें NHAI ठेकेदार की बेनामी संपत्तियों का मामला उजागर हो जाता.

विनय त्यागी की हत्या से उठे सवाल

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर विनय त्यागी की उत्तराखंड में हत्या कोई सामान्य घटना नहीं है. यह वारदात पुलिस कस्टडी की कड़ी सुरक्षा में अंजाम दिया गया. इस वारदात के इनपुट पुलिस के पास पहले भी थे. फिर हमलावर आए और अंधाधुंध फायरिंग की और वारदात को अंजाम देकर बड़े आराम से निकल गए. परिस्थिति ऐसी बन गई कि सवाल तो उठने ही थे और उठ भी रहे हैं. बड़ा सवाल यही है कि क्या विनय त्यागी कोर्ट में कोई बड़ा खुलासा करने वाला था?

आइए इन्हीं सवालों का जवाब टटोलते हैं. उससे पहले आज का घटनाक्रम जान लीजिए. पुलिस कस्टडी में बुरी तरह फायरिंग में गंभीर रूप से घायल विनय त्यागी को 24 दिसंबर की रात एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान शनिवार की सुबह करीब सात बजे उसकी मौत हो गई. वह एम्स के ट्रॉमा आईसीयू में वेंटिलेटर पर था. एम्स के पीआरओ डॉ. श्रीलाय मोहंती द्वार मौत की पुष्टि के बाद हरिद्वार पुलिस ने विनय त्यागी का शव कब्जे में लेकर पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

पेशी पर ले जाते समय हुई थी फायरिंग

उत्तराखंड पुलिस 24 दिसंबर की सुबह विनय त्यागी को रुड़की के लक्सर कोर्ट में पेशी पर ले जा रही थी. बीच रास्ते में बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस वैन को ओवरटेक किया और अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं. इस घटना में विनय त्यागी गंभीर रूप से घायल हो गया था. आनन फानन में उसे एम्स में भर्ती कराया गया, जहां उसकी आज मौत हुई है. विनय के परिजनों के मुताबिक विनय त्यागी पर हमले के इनपुट पुलिस के पास पहले से थे. बावजूद इसके उसे पर्याप्त सुरक्षा नहीं दी गई.

खोलने वाला था बड़ा राज

विनय की बहन सीमा त्यागी के मुताबिक विनय पहले ही ईडी के सामने देहरादून में हुई 750 करोड़ की चोरी का राजफास करने वाले थे. इसके लिए वह घर से निकल भी गए, लेकिन अचानक एक्टिव हुई देहरादून पुलिस ने उन्हें और उनकी पत्नी को बीच रास्ते में दबोच लिया था. अब विनय यही खुलासा कोर्ट में करने वाले थे, लेकिन उन्हें कोर्ट पहुंचने से पहले ही पुलिस कस्टडी में गोली मार दिया गया. परिजनों ने इस वारदात में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं.

क्या है 750 करोड़ का राज?

विनय त्यागी की बहन सीमा के मुताबिक देहरादून से एक डॉक्टर की गाड़ी में 750 करोड़ रुपये से भी अधिक माल की चोरी हुई थी. यह चोरी उनके भाई विनय त्यागी ने की थी. इसमें NHAI के एक ठेकेदार द्वारा अवैध रूप से कमाया गया पैसा, ज्वैलरी और बेनामी प्रॉपर्टी के कागजात थे. ठेकेदार ने इस संपत्ति को देहरादून के डॉक्टर के पास छिपाया था. चोरी के बाद विनय त्यागी यह पूरा माल ईडी को हैंडओवर कर ठेकेदार और उससे जुड़े कई रसूखदारों के काले कारनामे उजागर वाला था.

ठेकेदार ने पकड़वाया

सीमा के मुताबिक इसकी भनक ठेकेदार को मिली तो उसने देहरादून पुलिस को इनपुट देकर विनय त्यागी को पकड़वा दिया. उस समय विनय के साथ उसकी पत्नी निशि भी थी. पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया और चोरी का माल बरामद कर लिया. अब ठेकेदार एवं उससे जुड़े लोगों को डर था कि कहीं विनय कोर्ट में राजफास ना कर दे. इसलिए अब उसे पेशी पर ले जाते गोली मार दिया गया.

प्रापर्टी के कागजातों पर अभी भी है रहस्य

विनय त्यागी की गिरफृतारी के वक्त देहरादून पुलिस ने नगदी, जेवर एवं अन्य सामानों की बरामदगी तो दिखाई थी, लेकिन अब तक बेनामी संपत्तियों के कागजात के बारे में कोई खुलासा नहीं किया है. कहा जा रहा है कि ये कागजाता पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं या फिर ठेकेदार और उसके साथी रसूखदारों के प्रभाव में इन्हें दबा दिया गया है. माना जा रहा है कि अब विनय त्यागी की मौत के बाद इस बेनामी संपत्ति का राज भी हमेशा के लिए दफन हो गया.