मां को इलाज के लिए ले जा रहे थे अस्पताल, रास्ते में खुदे 11 फुट गहरे गड्ढे में समा गई कार; फिर कैसे बची जान?
सहारनपुर के गंगोह में नगर पालिका की लापरवाही से एक भयावह घटना हुई है. यहां एक मरीज़ को अस्पताल ले जाते समय परिवार की कार 11 फीट गहरे गड्ढे में समा गई. बारिश के पानी से भरे गड्ढे के आसपास कोई चेतावनी संकेत नहीं होने की वजह से यह हादसा हुआ. गनीमत रही कि कार में सवार सभी पांच लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में नगर पालिका की लापरवाही मंगलवार को एक मरीज और उसके परिवार पर भारी पड़ गई. इस मरीज को लेकर अस्पताल जा रहे परिजनों की गाड़ी पानी से लबालब एक 11 फीट गहरे गड्ढे में समा गई. गनीमत रही कि मौके पर कुछ लोग मौजूद थे, जिन्होंने कार में सवार पांचों लोगों को गाड़ी में से निकाला और अस्पताल पहुंचाया. घटना सहारनपुर में गंगोह क्षेत्र का है. इस संबंध में पीड़ित परिवार ने नगर पालिका के ठेकेदार के खिलाफ पुलिस में लिखित तहरीर दी है.
जानकारी के मुताबिक गंगोह थाना क्षेत्र के गांव जूखेड़ी में रहने वाले वीरेंद्र की मां को रात में एक बजे हार्ट अटैक आ गया. उन्हें दर्द से तड़पता देखकर वीरेंद्र अपनी कार में उन्हें बैठाकर अस्पताल के लिए चल दिए. उनके साथ परिवार के ही तीन लोग और गाड़ी में बैठ गए. जैसे ही वह गणेश चौक से डिग्री कॉलेज वाले रोड पर पहुंचे, उन्हें सड़क पर पानी भरा नजर आया. उन्हें लगा कि बारिश में सड़क पर पानी भरा है. इसलिए वह गाड़ी चलाते आगे बढ़े, लेकिन अचानक से उनकी गाड़ी पानी के अंदर समाने लगी.
मुश्किल से बची जान
इससे मौके पर चीख-पुकार मच गई. संयोग से वहां कुछ और लोग भी थे. इन लोगों ने मदद किया और बड़ी मुश्किल से कार में सवार सभी पांच लोगों को गाड़ी में से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचा दिया गया. स्थानीय लोगों के मुताबिक गंगोह नगर पालिका ने यहां सड़क पर बोरवेल बनाने के लिए गड्ढा खुदवाया था. इसी दौरान बारिश होने की वजह से गड्ढे में पानी भर गया. इसके चलते ठेकेदार ने काम रोक दिया गया था. बावजूद इसके ठेकेदार ने इस स्थान पर ना तो रोड बंद कराया और ना ही आगे गड्ढा होने का कोई संकेतक ही लगाया.
ठेकेदार ने नहीं लगाया था संकेतक
वीरेंद्र के मुताबिक संकेतक ना होने की वजह से उन्हें आगे गड्ढा होने का पता ही नहीं चला और यह हादसा हो गया.उन्होंने पुलिस को दिए शिकायत में भी यही तर्क दिया है. इसमें ठेकेदार और नगर पालिका के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस से मुकदमा दर्ज करने और मामले की जांच करते हुए दोषी अधिकारी व ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.