‘सोनू’ निकला सहारनपुर का अहमद खान, नाबालिग लड़की को भगाकर लाया, खोजने आई बहन को भी पिटवाया
सहारनपुर के सिरसला गांव निवासी अहमद खान देहरादून में कारपेंटर का काम करता था.उसपर देहरादून से एक नाबालिग दलित लड़की को भगाकर लाने का आरोप लगा है. लड़की के परिजनों ने उसपर अपना धर्म छिपाने और खुद को “सोनू” नाम का हिंदू युवक बताकर उनकी बेटी बहला-फुसलाकर ले जाने का गंभीर इल्जाम लगाया है
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से एक नाबालिग दलित लड़की को सहारनपुर के सिरसला गांव भगाकर लाने का मामला सामने आया है. यहां के रहने वाले अहमद खान नाम के युवक पर युवती को बहला-फुसलाकर ले जाने और धर्म छिपाने का गंभीर आरोप लगा है.
युवती के परिजनों के मुताबिक अहमद देहरादून के नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में बढ़ई (कारपेंटर) का काम करता था. वह इस दौरान खुद को “सोनू” नाम का हिंदू युवक बताता था. उसी पहचान के आधार पर उसने नाबालिग लड़की से नजदीकी बढ़ाई. फिर 7 नवंबर 2025 को उसे अपने साथ सिरसला गांव ले आया.
पुलिस ने नहीं की मदद
घटना के बाद लड़की के परिजनों ने देहरादून थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई. युवती की बड़ी बहन और उसकी सहेली खुद उसे खोजते हुए नकुड़ पहुंचीं, लेकिन पुलिस ने यह कहकर कार्रवाई से इनकार कर दिया कि बिना उत्तराखंड पुलिस के साथ आए, वे मदद नहीं करेंगे.
आरोपी के घर पहुंचे विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता
इस बीच मामला विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल कार्यकर्ताओं तक पहुंचा. बजरंग दल नेता दिग्विजय त्यागी अपनी टीम के साथ पीड़ित परिजनों संग सिरसला गांव पहुंचे. सूचना मिलते ही चौकी अंबेहटा इंचार्ज भी मौके पर पहुंच गए, लेकिन आरोपी के परिजनों ने देहरादून से आई लड़कियों को अपने घर में घुसने नहीं दिया.
लड़की की बहन ने गांव वालों पर लगाया ये आरोप
लड़की के बहन ने आरोप लगाया कि आरोपी अहमद गांववालों की मदद से नाबालिग को एक घर से दूसरे घर में छिपाता हुआ फरार हो गया. इस दौरान गांव की मुस्लिम बस्ती में लोगों का कैमरे पर कुछ भी न बोलना और चुप्पी साध लेना भी कई सवाल खड़े कर रहा है.
लड़की की बहन ने मारपीट का भी लगाया आरोप
लड़की की बहन ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि गांव में उनके साथ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मारपीट की गई. उसने यह भी आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान शुऐब खान ने पहले युवती को सौंपने का वादा किया, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी युवती वापस नहीं की गई. ऐसे में परिजनों और हिंदू संगठनों ने ग्राम प्रधान पर “लव जिहाद” को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए आरोपी अहमद और उसके सहयोगियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
