बहुत खराब है माली हालत, कोई खरीदने को तैयार नहीं घर मकान; मेरठ में ऐसा क्यों बोले सपा नेता आजम खान?

सपा नेता आजम खान की माली हालत बहुत खराब है. वह अपना घर-मकान और प्लॉट बेचना चाहते हैं, लेकिन कोई खरीदार नहीं मिल रहा. एक शादी समारोह में शामिल होने मेरठ पहुंचे आजम खान ने अदालती जुर्माना चुकाने की चिंता जताई और पुलिस उत्पीड़न का भी जिक्र किया. उन्होंने बिहार चुनाव में प्रचार न कर पाने का कारण 'जंगल राज' बताया और अपनी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाया.

मेरठ पहुंचे सपा नेता आजम खान

सपा के संस्थापकों में से एक और उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की आज माली हालत बहुत खराब है. वह अपनी जरूरतों की पूर्ति के लिए अपना घर, मकान और प्लॉट बेचना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने विज्ञापन भी निकाला, लेकिन कोई उनकी संपत्ति खरीदने को भी तैयार नहीं है. यह बात खुद आजम खान ने मेरठ में कही. यह बात कहते समय उनके चेहरे से जमाने का दर्द छलक उठा. कहा कि वह सालों से खुशियों से महरूम हैं. बड़ी मुश्किल से पुलिस से छिप-छिपाकर मेरठ पहुंचे हैं.

मेरठ में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बिहार चुनाव का जिक्र किया. इस दौरान वहां चुनाव प्रचार में भाग नहीं लेने के सवाल का जवाब भी दिया. इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा लौटाने पर भी वह खुलकर बोले. आजम खान रविवार की देर शाम यहां किठौर में आयोजित एक शादी समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि खुशियां तो उनसे रूठ ही गई हैं. सालों बाद वह किसी खुशी के मौके में शरीक हो रहे हैं. इसके लिए वह पुलिस से बचते बचाते यहां पहुंचे हैं.

डुगडुगी बजाते फिर रही पुलिस

आजम खान ने कहा कि इस समय उत्तर प्रदेश की पुलिस उनके पीछे डुगड़गी और नगाड़े बजाते फिर रही है. अपने जेल के दिनों को याद करते हुए आजम ने कहा कि जब उनकी बेल हो रही थी, ठीक उसी समय पुलिस ने उनपर नया मुकदमा कायम कर डाला. उनकी कोशिश थी कि आजम जेल से ना निकल सकें. हालांकि सुप्रीम कोर्ट पुलिस की इस करतूत पर नाराजगी जताते हुए विशेष प्रावधानों के तहत उन्हें रिहा कर दिया. इस बार भी पुलिस ने उन्हें जेल में रोकने के लिए कुछ ऐसी ही हरकत की. अचानक से उनके मुकदमे में तीन धाराएं बढ़ा दी गईं.

जंगल राज में निहत्था कैसे जाऊं?

बिहार चुनाव में ना जाने संबंधी सवाल का जवाब आजम खान ने अपने अंदाज में दिया. कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक कह चुके हैं कि बिहार में जंगल राज है. ऐसे में वह निहत्थे वहां कैसे जाएं, कोई हादसा हो जाए तो क्या होगा? इस दौरान उन्होंने सुरक्षा लौटाने के सवाल पर कहा कि उन्हें अब तक गृह मंत्रालय या सरकार के किसी नुमाइंदे की तरफ से सुरक्षा के बारे में कोई लिखित जानकारी नहीं दी गई है. ऐसे में वह कैसे मान लें कि वर्दी पहने और हथियारों से लैस लोग उनकी सुरक्षा के लिए हैं? वह यह क्यों ना माने कि ये लोग उन्हें मारने के लिए हैं?

जेल से बाहर तो आ गए लेकिन कैसे चुकाएं जुर्माना?

आजम खान ने कहा कि सरकार ने उन्हें जेल में रोकने की खूब कोशिशें की. वह इन तमाम कोशिशों के बाद भी जेल से बाहर आने में कामयाब हो गए. लेकिन अब बड़ी चिंता है कि कोर्ट ने उनके ऊपर जो जुर्माना लगाया है, वो कैसे चुकाएं. वैसे ही इस समय उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है. वह अपनी जरूरतों की पूर्ति के लिए अपने मकान, प्लॉट को बेचना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने इश्तेहार भी निकाला. लेकिन कोई भी उनकी संपत्तियां खरीदने को तैयार नहीं. ऐसे हाल में वह सुरक्षा ले भी लेते हैं तो उसका खर्चा वहन नहीं कर पाएंगे.