मथुरा में पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ साधु-संतों का प्रदर्शन, बताया- कलियुग का रावण
मथुरा में साधु-संतों ने भगवान चित्रगुप्त पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा के पोस्टर जलाए और FIR करने की मांग की. विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ संतों ने प्रदीप मिश्रा को "कलियुग का रावण" करार दिया. संतों ने मथुरा एसएसपी ऑफिस पहुंचकर उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की है.
मथुरा में गुरुवार को साधु-संतों ने कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. संतो ने एसएसपी ऑफिस के बाहर कथावाचक के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया और उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की. इस प्रदर्शन के दौरान कथावाचक के पुतले जलाए गए और उनके पोस्टर पर चप्पलें रखकर गुस्सा जाहिर किया गया. इस विरोध की पीछे एक ही वजह बताई जा रही है, वह है- भगवान चित्रगुप्त को लेकर की गई एक टिप्पड़ी. ये टिप्पड़ी प्रदीप मिश्रा ने महाराष्ट्र में की थी, जिसे लेकर साधु- संतों के बीच खासा नाराजगी का भाव देखने को मिल रहा है.
कथावाचक को बताया “कलियुग का रावण”
पूरा मामला महाराष्ट्र में दिये गए उस बयान के बाद शुरू हुआ, जिसमें प्रदीप मिश्रा ने भगवान चित्रगुप्त को लेकर कथित तौर पर आपत्तिजनक शब्द कहे थे. इसे चित्रगुप्त पीठ और अन्य अखाड़ों के साधु-संतों ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला बताया. इसके साथ ही कथावाचक प्रदीप मिश्रा को साधु- संतो ने “कलियुग का रावण” करार दे दिया.
राधा- रानी को लेकर भी कर चुके हैं टिप्पड़ी
साधु-संतों के मुताबिक ये कोई पहली बार नहीं हुआ है जब प्रदीप मिश्रा ने विवादित बयान दिया हो. उनका कहना है कि इससे पहले भी वे राधा रानी को लेकर टिप्पड़ी कर चुके हैं, जिसके बाद उन्होंने माफी भी मांग ली थी. इसके अलावा महिलाओं और अन्य देवी-देवताओं को लेकर भी उनके कई बयान सामने आ चुके हैं, जिसके चलते कई बार विवाद की स्थिति पैदा हो चुकी है.
प्रदर्शन कर रहे संतों ने कथावाचक की भूमिका को लेकर भी सवाल खड़े किए. उनका कहना है कि ऐसे कथावाचक को कोई मंच नही मिलना चाहिए. संतों ने प्रशासन से कथावाचक की टिप्पड़ी को लेकर कठोर कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि इस मामले में अगर जल्द एक्शन नही लिया गया तो वे बड़े पैमाने पर धरना देंगे.