संभल दंगे में जहां से चले थे ईंट-पत्थर, DM ने आज नपवा दिया पूरा कब्रिस्तान; अब क्या होगा एक्शन?

संभल में 8 बीघे कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है. पिछले साल के दंगे से जुड़े इस कब्रिस्तान की डीएम राजेंद्र पैंसिया ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में पैमाइश कराई. अवैध कब्जाधारियों को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में दस्तावेज पेश करने या जमीन खाली करने का अल्टीमेटम दिया है. विरोध की आशंका के बावजूद कार्रवाई शांतिपूर्ण रही.

भारी सुरक्षा के बीच संभल में हुई कब्रिस्तान की पैमाइश

उत्तर प्रदेश में संभल दंगे की कहानी तो आपको याद ही होगी, वहीं, जिसमें जामा मस्जिद में सर्वे करने आई कोर्ट कमेटी पर जानलेवा हमला हुआ था और इसके विरोध में दंगे भड़क गए थे. इस दंगे में जिस कब्रिस्तान से पुलिस पार्टी और कोर्ट कमेटी के उपर पथराव किया गया था, डीएम राजेंद्र पैंसिया ने उसकी भी फाइल खोल दी है. श्री कल्कि सेना (निष्कलंक दल) के राष्ट्रीय संयोजक एडवोकेट सुभाष त्यागी ने आरोप लगाया था कि कब्रिस्तान के नाम पर अवैध कब्जा किया गया है.

12 दिसंबर को यह शिकायत डीएम राजेंद्र पैंसिया को मिली थी. इसके बाद डीएम ने इस कब्रिस्तान की पैमाइश के लिए राजस्व अधिकारियों की टीम बनाई और भारी पुलिस फोर्स लेकर मंगलवार को खुद मौके पर पहुंच गए. उन्होंने विधिवत पैमाइश कराने के बाद इस जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वालों और दुकान बनाने वालों को नोटिस जारी किया है. इस दौरान कुछ लोकगों ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन भारी संख्या में पुलिस बल और प्रशासन की सख्ती के आगे किसी की एक ना चली.

8 बीघे में है कब्रिस्तान

अधिकारियों के मुताबिक 8 बीघे जमीन पर फैले इस कब्रिस्तान की जमीन की पैमाइश हुई है. इस दौरान अवैध कब्जों की पहचान की गई और नक्शा नजरी बनाते हुए खूंटी लगाने के बाद संबंधित के नाम पर मौके पर ही नोटिस इश्यू किया गया. इन सभी लोगों को अपने कब्जे के संबंध में जरूरी दस्तावेज पेश करने या अपना कब्जा खाली करने के लिए एक हफ्ते की मोहलत दी गई है. राजस्व विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जल्द ही इस पैमाइश की रिपोर्ट डीएम ऑफिस में पेश कर दी जाएगी.

विरोध को कुचलने को तैयार थी फोर्स

पिछले साल हुए दंगे से सबक लेते हुए इस पैमाइश के दौरान संभल पुलिस पूरी तरह से अलर्ट थी. संभावित दंगे की आशंका को ध्यान में रखते हुए मौके पर पुलिस ने पहले ही सभी तैयारी पूरी कर ली थी. इसके बाद राजस्व विभाग की टीम ने फीता डालकर पैमाइश शुरू की. हालांकि इस दौरान किसी ने भी ज्यादा विरोध करने की हिम्मत नहीं दिखाई. इस पैमाइश में तहसीलदार और राजस्व विभाग के 26 कानूनगो और लेखपालों की टीम शामिल रही. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद डीएम राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई भी 8 थानों की पुलिस फोर्स, पीएसी और आरआरएफ की टुकड़ी के साथ मौजूद थे.