पुलिस पर गाज, माफिया बेकसूर? सोनभद्र में अवैध खनन का खेल पर उठ रहे हैं सवाल
सोनभद्र में अवैध खनन को रोकने की कोशिश के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पुलिसकर्मी ट्रकों पर पत्थर फेंकते दिखे. इस घटना में एक ट्रक चालक ने सर्वेयर योगेश शुक्ला पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की थी, जिसके बाद पुलिस ने गुस्से में पथराव किया. पुलिस अधीक्षक ने तुरंत कार्रवाई की. कोतवाल को लाइन हाजिर किया और तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. लेकिन, ट्रक चालक के खिलाफ सिर्फ़ एक औपचारिक मुकदमा दर्ज हुआ. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या खनन माफिया का प्रभाव इतना मज़बूत है कि वे दोषियों को बचा रहे हैं और पुलिस को सजा दी जा रही है?
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में अवैध खनन और पुलिस कार्रवाई को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. हाल ही में वायरल हुए वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी ट्रकों पर पथराव करते नजर आए, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने तत्काल संज्ञान लेते हुए कोतवाल को लाइनहाजिर कर दिया और तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. लेकिन, पूरे मामले के पीछे की हकीकत कहीं और इशारा कर रही है.
सर्वेयर योगेश शुक्ला पर एक ट्रक चालक ने गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की. यह वही ट्रक था जिस पर रोकने की कोशिश की जा रही थी. इसी दौरान कुछ पुलिसकर्मी गुस्से में आकर ट्रकों पर पत्थर मारते नजर आए. सवाल यह है कि यदि ट्रक वैध परमिट के साथ खनन सामग्री लेकर जा रहा था, तो उसे रोका क्यों गया? और यदि बिना परमिट के चल रहा था, तो फिर सीधे कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
ट्रकचालक के खिलाफ मुकदमा महज खानापूर्ति
सोनभद्र में खुलेआम अवैध खनन कराया जा रहा है, यह किसी से छुपा नहीं है. लेकिन, इस घटना में पुलिसकर्मियों पर ही कड़ी कार्रवाई करते हुए लाइनहाजिर और निलंबन का आदेश जारी कर दिया गया. वहीं, सर्वेयर योगेश शुक्ला की तहरीर पर ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर खानापूर्ति भर की गई.
स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिरकार पुलिसकर्मियों पर ही सख्ती क्यों दिखाई गई? क्या यह दर्शाता नहीं कि अवैध खनन कराने वालों का जुगाड़तंत्र इतना मजबूत है कि दोषियों को बचाने और पुलिस को कठघरे में खड़ा करने का काम किया जा रहा है? यह घटना न सिर्फ पुलिस विभाग बल्कि पूरे खनन तंत्र की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है.
रिपोर्ट- मोहित मिश्रा/ सोनभद्र