झोलाछाप डॉक्टर ने प्रसूता का किया ऑपरेशन तो स्तन की बजाय कांख से निकलने लगा दूध… DM से की शिकायत

यूपी के बलिया में एक झोलाछाप डॉक्टर का ऐसा कारनामा दिखा कि इलाज कराने गई महिला को लेने के देने पड़ गए. जानकारी के मुताबिक एक महिला छोलाझाप डॉक्टर के पास इलाज कराने पहुंची थी. लेकिन डॉक्टर ने उसका जबरजस्ती ऑपरेशन कर दिया. जिसके चलते महिला का दूध स्तन के बजाय कांख से निकलने लगा.

झोलाछाप डॉक्टर ने किया आपरेशन Image Credit:

बलिया में एक झोलाछाप डॉक्टर ने एक महिला का ऑपरेशन कर दिया. जिसके चलते दूध स्तनों के बजाय उसकी कांख से निकलने लगा. पीड़िता गुरुवार को अपने नवजात बच्चे को लेकर डीएम ऑफिस पहुंची और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. यहीं की रहने वाली एक महिला की डिलीवरी 17 जुलाई को हुई थी.

इसके बाद उसे दर्द और सूजन की समस्या रहने लगी. इसी का इलाज कराने वो उशसा चट्टी के डॉ. अजय यादव के क्लिनिक पर गई. पीडिता की मानें तो डॉक्टर ने बिना जांच किए ही जबरजस्ती ऑपरेशन कर दिया. जिसके बाद उसकी दिक्कतें और भी बढ़ गईं.

महिला की कट गई नस

बाद में पता चला कि ऑपरेशन के दौरान महिला की एक नस कट गई है, जिसके चलते कांख से दूध का रिसाव होने लगा है. पीड़िता ने आरोप लगाया कि डॉ. अजय बिना डिग्री के ही प्रैक्टिस कर रहा है. जब इस बात को लेकर वो उसके क्लीनिक पर दोबारा पहुंची तो आरोपी ने बदसलूकी की. शिकायत के बाद डीएम ने इस मामले की जांच के लिए CMO को निर्देश दिया है.

पीड़िता का कहना है कि अब उसे अपने बच्चे को दूध पिलाने मे काफ़ी दिक्कत हो रही है. वो बच्चे को एक ही स्तन से दूध पिला पा रही हैं. फिलहाल इस मामले में जांच के निर्देश दे दिए गए हैं. लेकिन सबसे अहम सवाल ये है कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों की आखिरकार जांच तभी क्यों होती है, जब कोई बड़ा हादसा हो जाता है.

खड़े हो रहे सवाल

अगर कोई डॉक्टर बिना डिग्री और प्रैक्टिस के लोगों का इलाज कर रहा है तो स्वास्थ्य विभाग इस बात की पड़ताल क्यों नहीं करता. ये ऐसा पहला मामला नहीं है, जब किसी झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज के चलते किसी को परेशानी खड़ी हो गई हो. इसके पहले भी ऐसे दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में हेल्थ डिपार्टमेंट की कार्यशैली पर भी कई सवाल खड़े होते हैं.