UP के शहरों में 41 फीसदी महंगी होगी बिजली, विद्युत नियामक आयोग की मंजूरी; एक यूनिट के लिए देनी होगी इतनी रकम

पूर्वी उत्तर प्रदेश के शहरों में बिजली की कीमतों में भारी बढ़ोतरी होने जा रही है. विद्युत नियामक आयोग ने घरेलू बिजली की दरों में 41% और व्यावसायिक बिजली में 27% तक की बढ़ोतरी को मंज़ूरी दे दी है. इससे प्रति यूनिट बिजली की कीमत 10-13 रुपये तक पहुंच सकती है. यह बढ़ोतरी विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं पर अलग-अलग प्रभाव डालेगी.

सांकेतिक तस्वीर

पूर्वी उत्तर प्रदेश के शहरों में बिजली महंगी करने का रास्ता साफ हो गया है. यहां घरेलू बिजली 41 फीसदी और कमर्शियल बिजली की दरों में 27 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है. पूर्वांचल डिस्कॉम की ओर से भेजे गए टैरिफ प्रस्ताव को विद्युत नियामक आयोग ने मंजूरी दे दी है. इस प्रस्ताव के लागू होने के साथ एक तरफ जहां घरेलू बिजली के लिए 10 से 12 रुपये प्रति यूनिट खर्च करना होगा.

वहीं इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी जोड़ने के बाद यही बिल 13 रुपये प्रति यूनिट हो जाएगा. फिलहाल पूर्वी उत्तर प्रदेश के शहरों में एक किलोवॉट के उपभोक्ताओं को 100 यूनिट पर अब तक 6.60 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से 660 रुपये का भुगतान करना पड़ रहा था. वहीं, अब प्रस्तावित बढोत्तरी के लागू होने के बाद प्रति यूनिट 8.40 रुपये हो जाएगा. वहीं दो किलोवॉट कनेक्शन पर 200 यूनिट के लिए 6.73 रुपये प्रति यूनिट की दर से 1345 रुपये का भुगतान करना पड़ता था.

9.40 रुपये तक हो जाएगा रेट

अब प्रस्तावित टैरिफ के लागू होने पर बिजली का रेट 9.15 रुपये हो जाएगा. ऐसा होने पर इतनी ही बिजली के लिए 1830 रुपये जमा करने होंगे. ठीक इसी प्रकार तीन किलोवॉट के कनेक्शन पर उपभोक्ताओं को अब तक 300 यूनिट के लिए 6.85 रुपये की दर से बिजली का बिल आता था. इससे उपभोक्ताओं को 2055 रुपये जमा करने होते थे. अब प्रस्तावित टैरिफ लागू होने के बाद इन उपभोक्ताओं को 9.40 रुपये की दर से 2830 रुपये तक भुगतान करना होगा.