यूपी में सवा करोड़ डुप्लीकेट वोटर, पंचायत चुनाव से पहले AI ने की पहचान; अब होगा ये एक्शन

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों से ठीक पहले निर्वाचन विभाग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के मदद से सवा करोड़ से ज़्यादा डुप्लीकेट वोटरों की पहचान की है. अब AI द्वारा चिन्हित इन मतदाताओं का भौतिक सत्यापन 29 सितंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए डोर-टू-डोर सत्यापन किया जाएगा. इससे पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.

पंचायत चुनाव 2025 Image Credit:

बिहार चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में फर्जी नामों को लेकर उठा बवाल अभी खत्म भी नहीं हुआ कि अब यूपी में भी इसी तरह का मामला सामने आ गया है. यहां भी निर्वाचन विभाग ने पंचायत चुनाव से ठीक पहले करीब सवा करोड़ ऐसे मतदाताओं को चिन्हित किए हैं, जिनके नाम एक से अधिक स्थानों पर दर्ज हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में उन मतदाताओं के नाम भी चिन्हित किए गए हैं, जिनकी मौत हो चुकी है या फिर वो अपने मूल स्थान को छोड़ कर कहीं और चले गए हैं. एआई द्वारा मिले इस इनपुट के बाद निर्वाचन विभाग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को भौतिक सत्यापन के निर्देश दिए हैं.

राज्य निर्वाचन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस समय प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारी चल रही है. इस चुनाव के लिए वोटर लिस्ट में करीब 12 करोड़ मतदाताओं के नाम दर्ज हैं. इन सभी नामों को AI सॉफ्टवेयर पर चेक किया गया. इसमें पता चला कि एक ही व्यक्ति का नाम एक से अधिक ग्राम पंचायतों में दर्ज है. इसमें खेल यह हुआ है कि कहीं सरनेम को पहले लिखा गया है तो कहीं इसे बाद में. कई नामों में उम्र और लिंग तक में भी बदलाव करते हुए डुप्लीकेसी करने की कोशिश हुई है. AI की पड़ताल में मतदाताओं और उनके पिता के नाम में 80 प्रतिशत तक समानता के आधार पर करीब सवा करोड़ नाम चिन्हित किए हैं.

डोर टू डोर होगा सत्यापन

इस इनपुट के बाद राज्य निर्वाचन विभाग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को डोर टू डोर सत्यापन कराने का निर्देश दिया है. इसके लिए बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर घर घूमकर हरेक नाम का भौतिक सत्यापन करेंगे और इस दौरान पुष्टि होने पर डुप्लीकेट नाम को हटाने की कार्रवाई होगी. इस प्रक्रिया के तहत हरेक वोटर की डिटेल उनके आधार से मैच कराया जाएगा. एक क्षेत्र के BLO, सुपरवाइजर और SDM दूसरे क्षेत्र के अपने समकक्षों के साथ समन्वय बनाते हुए जांच पूरी करेंगे. वहीं नगर निकाय और ग्राम पंचायत दोनों जगह दर्ज नामों के मामलों में केवल शिकायत मिलने पर ही विचार किया जाएगा.

29 सितंबर तक पूरा होगा सत्यापन

राज्य निर्वाचन विभाग ने इस संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. इसमें सभी को समयबद्ध तरीके से अभियान चला कर इस लक्ष्य को हासिल करने का निर्देश दिया. कहा कि हर हाल में डुप्लीकेट मतदाताओं का सत्यापन 29 सितंबर 2025 तक पूरा करना है. इसके लिए BLO 14 अगस्त से 29 सितंबर तक घर-घर सर्वे करेंगे, नए मतदाताओं को जोड़ेंगे और पुराने नामों का सत्यापन करेंगे. ऑनलाइन आवेदनों की जांच 23 से 29 सितंबर तक होगी. इसके बाद अंतिम मतदाता सूची 15 जनवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी.

पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव का लक्ष्य

राज्य निर्वाचन आयुक्त आरपी सिंह ने कहा कि AI के उपयोग से मतदाता सूची में गड़बड़ियों को दूर करने में मदद मिल रही है. इस तकनीक ने डुप्लीकेट नामों को चिह्नित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. बता दें कि प्रदेश में 57,694 ग्राम पंचायतें, 826 क्षेत्र पंचायतें और 75 जिला पंचायतें हैं. इनके लिए मार्च-अप्रैल 2026 में चुनाव कराए जाने हैं. इसके लिए तैयारियां तेज हो चुकी हैं. मतदाता सूची के पुनरीक्षण के साथ-साथ परिसीमन और आरक्षण की प्रक्रिया भी चल रही है.