‘पहचान छिपाना ठीक नहीं’, हिजाब विवाद पर बोलीं महिला आयोग की अध्यक्ष

यूपी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान ने हिजाब विवाद को विपक्ष का 'बेवजह मुद्दा' बताया. उन्होंने कहा कि पहचान छिपाना ठीक नहीं, खासकर जब सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए महिला की पहचान आवश्यक हो. सवाल उठाया कि जब ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेजों में चेहरा दिखाने पर आपत्ति नहीं तो सार्वजनिक कार्यक्रमों में क्यों? उन्होंने घर के अंदर महिला अपराधों को अधिक बताया.

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़े हिजाब विवाद पर विपक्ष पर कड़ी प्रतिक्रिया की है. उन्होंने विपक्ष और हिजाब के हिमायती लोगों से पूछा कि जब ड्राइविंग लाइसेंस, आधार और वोटर आईडी बनवाते समय चेहरा दिखाते हैं तो सार्वजनिक कार्यक्रमों में क्यों आपत्ति है? उन्होंने कहा कि इस मामले को बेवजह मुद्दा बनाया जा रहा है. ऐसा इसलिए हो रहा है कि विपक्ष के पास जनता के पास जाने के लिए कोई ठोस मुद्दा नहीं है.

बागपत दौरे पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान ने यहां जनसुनवाई की और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से विभिन्न मुद्दों पर खुलकर टिप्पणी भी की. उन्होंने कहा कि महिला आयोग का मतलब महिला से है. महिला आयोग का उद्देश्य है कि सरकारी योजनाओं का लाभ महिलाओं तक आसानी से पहुंचे. इसमें महिला की पहचान होनी आवश्यक है. इसलिए नकाब या हिजाब की कोई जरूरत नहीं होनी चाहिए.

घर के अंदर सबसे ज्यादा महिला अपराध

बबिता चौहान ने कहा कि कई बार महिलाएं सरकारी योजनाओं का लाभ तो ले रही होती हैं, लेकिन बताने तक को तैयार नहीं होतीं. यह स्थिति जागरुकता की कमी की वजह से है. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में सबसे ज्यादा महिला अपराध घर की चारदिवारी के अंदर होते हैं. जबकि महिलाएं सार्वजनिक स्थानों पर अपेक्षाकृत ज्यादा सुरक्षित होती हैं. उन्होंने हिजाब विवाद दोबारा टिप्पणी करते हुए कहा कि यह बेवजह पैदा किया गया विवाद है.

बांग्लादेश के घटनाक्रम पर भारत की नजर

बांग्लादेश में हिंदू महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर भी बबिता चौहान ने टिप्पणी की. कहा कि भारत सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि वहां की महिलाओं को सुरक्षा और सुरक्षित माहौल मिल सके. बागपत में हुई समीक्षा बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि अधिकांश विभागों के आंकड़े संतोषजनक रहे हैं. कुछ अधिकारी बैठक में उपस्थित नहीं हो पाए, लेकिन उम्मीद है कि अगली बैठक में वे पूरे रिकॉर्ड के साथ मौजूद रहेंगे.