UP में बाढ़-बारिश से त्राहिमाम, 23 जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद; हजारों गांवों में घुसा पानी

उत्तर प्रदेश में दोबारा सक्रिय मानसून ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है. अब तक प्रदेश के 17 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. वहीं 23 अन्य जिलों में नदियों का पानी अपनी सीमाएं तोड़ने को आतुर है. भारी वर्षा और संभावित खतरे को देखते हुए इन जिलों में स्कूलों को बंदकर ऑनलाइन पढ़ाई के दिशा निर्देश दिए गए हैं. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में और अधिक वर्षा की चेतावनी जारी की है.

गांवों में घुसा बाढ़ का पानी

उत्तर प्रदेश में दोबारा से सक्रिय हुए मानसून ने तीन दिन में ही त्राहिमाम मचा दिया है. प्रदेश के 17 जिलों को तो आधिकारिक तौर पर बाढ़ प्रभावित घोषित किया जा चुका है. जबकि 23 से अधिक जिलों के हजारों गांव बाढ़ और बारिश के चपेट में आ चुके हैं. इन जिलों के स्कूलों और लोगों के घरों तक में पानी भर गया है. हालात को देखते हुए संबंधित जिलों में अनिश्चित काल के लिए स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई है. मौसम विभाग के मुताबिक अभी खतरा टला नहीं है.

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के लखनऊ केंद्र के मुताबिक राज्य में अगले 48 घंटों के अंदर 45 से अधिक जिलों में भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान दो दर्जन से अधिक जिलों में बिजली कड़कने और करीब दर्जन भर जिलों में बिजली गिरने का भी खतरा है. मौसम विभाग की ओर से जारी इस अलर्ट को देखते हुए संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों या जिला शिक्षा अधिकारियों ने स्कूलों में छुट्टी की घोषणा करते हुए ऑनलाइन पढ़ाई के दिशा निर्देश दिए हैं.

बाढ़ प्रभावित हैं ये जिले

उत्तर प्रदेश में पूरब से पश्चिम तक बाढ़ और बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. गोरखपुर, आजमगढ़, बलिया, मऊ, गाजीपुर रायबरेली, बनारस, प्रयागराज, मीरजापुर आदि जिलों के सैकड़ों गांवों में पानी घुस चुका है. इन गांवों में कहीं घुटने भर तो कहीं कमर भर पानी है. ऐसे में इन गांवों के स्कूलों में पहले ही छुट्टी हो चुकी है. इसी प्रकार बुंदेलखंड में झांसी से लेकर हमीरपुर तक बांदा से लेकर चित्रकूट तक बाढ़ ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है. कुछ यही स्थिति पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आगरा-इटावा से लेकर मथुरा और मुरादाबाद से लेकर मेरठ हापुड़ तक देखा जा रहा है.

कछारी इलाकों में ज्यादा परेशानी

उत्तर प्रदेश से गुजर रहीं विभिन्न नदियों के कछारी इलाकों में सबसे ज्यादा दिक्कत है. प्रयागराज और बनारस में गंगा के कछार में बसे सैकड़ों गांव डूब चुके हैं. यही स्थिति गाजीपुर और बलिया के कछार में भी है. बलिया, मऊ और आजमगढ़ में घाघरा नदी में तेजी से कटान हो रहा है. इन जिलों में नदी उफनाकर निचले इलाकों में बसे गांवों में घुस चुकी है. उधर, गोरखपुर में भी नदियां अपनी सीमाएं तोड़ कर गांवों में घुसने को आतुर हैं.