काशी विश्वनाथ मंदिर में VIP दर्शन का खेल, पकड़े गए 21 फर्ज़ी पुजारी

वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास लगभग 2 दर्जन फर्जी पुजारियों ने अपना सिस्टम जमा रखा था और इसके जरिए मंदिर में दर्शन के नाम पर अवैध वसूली करते थे. पुलिस ने इस अवैध धंधे से जुड़े ऐसे 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने ये कार्रवाई श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया है. इस अवैध धंधे से जुड़े और लोगों का पता लगाया जा रहा है.

काशी विशवनाथ मंदिर

वाराणसी का श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, देशभर के करोड़ों लोगों की आस्था केन्द्र है. यहां दर्शन करने करने के लिए देश- दुनिया से हर रोज हजारों श्रद्धालु आते हैं, लेकिन कुछ लोगों को इसमें भी मोटी कमाई के आसार नजर आने लगे फिर क्या था. अवैध कमाई का लालच इस कदर बढ़ा कि पहन लिया भगवा चोला और बन बैठे फर्जी पुजारी और फिर शुरू हुआ वसूली का धंधा. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ऐसे 21 फर्जी पुरोहितों को गिरफ्तार किया है, जो मंदिर के आसपास रहकर आने- जाने वाले भक्तों को जल्दी दर्शन कराने के नाम पर मोटी रकम वसूल करते थे.

अधिकारी फैमिली से की वसूली

इन फर्जी पुरोहितों से मंदिर आने वाले श्रद्धालु ही नहीं बल्कि स्थानीय लोग भी परेशान थे. इसके लिये कई श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की शिकायतें वाराणसी पुलिस के पास लगातार पहुंच रही थीं. शुरुआत में इस मामले पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया लेकिन मामला तब हाईलाइट हो गया जब लखनऊ के एक बड़े अधिकारी के रिश्तेदार से इन पंडों ने अवैध वसूली को अंजाम दिया. इसके बाद पुलिस पर दबाव बना और वाराणसी पुलिस हरकत में आ गई. चौक और दशास्वमेध दोनों थानों की पुलिस ने छापेमारी करते हुए काशी विशवनाथ मंदिर के आसपास एक्टिव ऐसे 21 फर्जी पुरोहितों को पकड़ा जो लंबे समय से लगातार वसूली को अंजाम दे रहे थे.

नेटवर्क खंगाल रही पुलिस

एसीपी दशास्वमेध अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 21 लोगों में 15 वाराणसी के और छह चंदौली और मिर्जापुर के रहने वाले हैं. ये सभी मंदिर में अवैध तरीके से दर्शन कराते थे पैसे वसूल करते थे. इनके खिलाफ श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार की भी कई शिकायते आ चुकी थी. उनका कहना है कि पुलिस की छापेमारी अभी जारी है और सभी ऐसे फर्जी पुजारियों की तलाश की जा रही है जो मंदिर में अवैध धंधे चला रहे हैं.