‘शुभम-अमित टाटा ने कॉफी में दिया था जहर’, वाराणसी में वकील की मौत मामले में दोबारा जांच के आदेश

वाराणसी में अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति सिंह की हत्या मामले में नया मोड़ आया है. परिवार ने कफ सिरप सिंडिकेट के सरगना शुभम जायसवाल और अमित सिंह टाटा पर हत्या का आरोप लगाया है. पीड़ित परिवार ने डिप्टी सीएम और पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद मामले में दोबारा जांच के आदेश दिए गए हैं.

वाराणसी वकील हत्या मामले में दोबारा जांच के आदेश

कफ सिरप सिंडिकेट का तार अब वाराणसी में अधिवक्ता की संदिग्ध मौत से जुड़ रहा है. साल भर पहले अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति सिंह की मौत हुई थी. पीड़ित परिवार का आरोप है कि कफ सिरप सिंडिकेट के मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल और अमित सिंह टाटा ने वकील की हत्या की. दोनों ने ज्योति सिंह को कॉफी में जहर देकर मार डाला था.

मृतक वकील की पत्नी भारती सिंह ने कुछ दिन पहले उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को पत्र लिखा था. वहीं, आज वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई. परिवार का आरोप है कि मृतक वकील अवैध कारोबार का खुलासा करने वाले थे, लेकिन उनकी हत्या कर दी गई. अब मामले में दोबारा जांच के आदेश दिए गए हैं.

पार्टी के बहाने बुलाया, कोल्ड कॉफी में पिलाई जहर

अधिवक्ता की पत्नी का आरोप है कि कफ सिरप मामले में गिरफ्तार अमित सिंह टाटा और मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल ने कॉफी में जहर देकर उसके पति की हत्या की थी. चौबेपुर थाना क्षेत्र के बर्थरा कलां गांव निवासी अधिवक्ता की मौत 30 नवंबर 2024 को हुई थी. वह दवा कारोबारी के यहां पार्टी में गया था जहां ब्रांडेड कंपनी की कोल्ड कॉफी पिलाई गई थी.

पत्नी भारती ने बताया कि अधिवक्ता कफ सिरप के खेल को जानते थे. वह सोशल मीडिया के जरिये अवैध कारोबार का खुलासा करने वाले थे, इसी वजह से पार्टी के बहाने बुलाया गया और सुनियोजित तरीके से जहर देकर मार दिया गया. इस मामले में मृतक वकील के पिता ने चौबेपुर थाने में अमित सिह टाटा के खिलाफ तहरीर भी दी थी.

पूरे मामले की जांच DCP स्तर के अधिकारी से होगी

मृतक अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति सिंह सेंट्रल बार के पूर्व उपाध्यक्ष थे. उस समय पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं था. बाद में फॉरेंसिक जांच कराई गई थी, तो एल्कोहल को कारण बताया गया था. वहीं, अब वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने इस मामले में दोबारा जांच के आदेश दिए हैं. इस पूरे मामले की जांच डीसीपी स्तर के अधिकारी से होगी.