चश्मा, टोपी नहीं… वृंदावन में बंदर झपट ले गया गहनों से भरा बैग, आप रहें सतर्क

वृंदावन में बंदर ने इसबार चश्मा, टोपी नहीं बल्कि बड़ा हाथ मारा दिया, जिसके देखकर सब दंग रह गए. 20 लाख रुपये के सोने के गहनों से भरा बैग बंदर अपने साथ लेकर चले गए. बंदर से ये बैग वापस लाने के लिए अभिषेक नाम का शख्स पुलिस के पास पहुंच गया.

वृंदावन में बंदर

वृंदावन में बंदरों की उछल-कूद खूब देखी जाती है. कुछ बंदर दुकानों के छज्जे पर बैठकर आराम करते और फ्रूटी पीते हुए भी दिखाई देते हैं. लेकिन, इस बार बंदरों ने कुछ ऐसा किया, जिसे जानकर सभी हैरान रह गए हैं. इस बार बंदर सोने के गहनों से भरा बैग लेकर चले गए, जिसके अंदर 20 लाख रुपए के गहने थे. अब लाखों के गहने वाले बैग बंदरों के लेकर जाने के बाद सभी परेशान हो गए और इधर-उधर बैग को खोजने लगे.

तीर्थ नगरी वृंदावन में लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं, लेकिन यहां पर सबसे बड़ी बात यह है कि यहां के बंदर किसी भी शख्स को नहीं छोड़ते हैं. खासकर, उन लोगों को जिनके हाथ में मोबाइल, पर्स, चश्मा आदि चीजें होती हैं, लेकिन इस बार बंदर इन सबसे भी आगे बढ़ गए.

गहनों से भरा बैग लेकर गया बंदर

जब वृंदावन के बंदर अक्सर श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के मोबाइल, चश्मा और पर्स ले जाते थे तो लोग उन्हें फ्रूटी दे देते थे. फ्रूटी मिलने के बाद बंदर सामान वापस कर दिया करते थे. लेकिन, इस बार बंदर ना तो पास ले गया और ना ही चश्मा ले गया, पूरा का पूरा गहनों से भरा बैग ही लेकर डालियों पर उछल-उछलकर लेकर चला गया.

जब गहनों से भरा बैग बंदर लेकर गया तो पूरे इलाके में शोर हो गया. ये पूरा मामला गुरुवार की शाम का है, जहां अलीगढ़ के रहने वाले अभिषेक अग्रवाल वृंदावन ठाकुर बांके बिहारी महाराज के दर्शन करने के लिए अपने पूरे परिवार के साथ आए हुए थे. और उन्होंने ठाकुर बांके बिहारी महाराज की फूल बंगला सेवा करने के बाद वह अपने परिवार के साथ शाम को अलीगढ़ वापस अपने घर जा रहे थे. उनके हाथ में एक बैग था, जिसमें सोने चांदी और कीमती गहने रखे हुए थे. लेकिन जब वह वृंदावन के गौतम पाड़ा तिराहा पर पहुंचे तभी अचानक पीछे से बंदर आता है और अभिषेक अग्रवाल के हाथ में लगा बैग को लेकर भाग जाता है.

पुलिस को दी बैग गायब होने की सूचना

जैसे ही बंदर बैग लेकर भागता है अभिषेक के चेहरे पर पसीना आने लगता है और वह घबरा जाते हैं. क्योंकि उसमें एक दो नहीं पूरे 20 लाख के गहने थे. जब बंदर बैग को ले गया तो अभिषेक ने शोर मचाया और कहा कि बंदर को पकड़ो वह बैग बहुत कीमती है. आसपास के लोग जुटकर बंदर को फ्रूटी देने लगे. 1 घंटे तक जब बंदर ने बैग नहीं छोड़ा तो अभिषेक ने पुलिस को इसकी सूचना दी.

पुलिस को सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे. वृंदावन कोतवाल ने पूरी टीम के साथ उस बैग को खोजना शुरू किया. काफी मशक्कत और काफी घंटे की मेहनत के बाद बैग भी मिल गया और उसमें रखे सारे गहने भी. बैग के अंदर हीरे का हार, दो अंगूठी, दो इयरिंग्स, पाजेब और नकद रुपए थे.

जब वृंदावन के बंदर अक्सर श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के मोबाइल, चश्मा और पर्स ले जाते थे तो लोग उन्हें फ्रूटी दे देते थे. फ्रूटी मिलने के बाद बंदर सामान वापस कर दिया करते थे. लेकिन, इस बार बंदर ना तो पास ले गया और ना ही चश्मा ले गया, पूरा का पूरा गहनों से भरा बैग ही लेकर डालियों पर उछल-उछलकर लेकर चला गया.