अब भोर में नहीं, शाम 5 बजे से होगी प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा; इस वजह से बदला समय

वृंदावन में कड़ाके की ठंड के कारण प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का समय बदल गया है. अब यह यात्रा सुबह 2 बजे के बजाय शाम 5 बजे होगी. यह निर्णय महाराज के स्वास्थ्य और भक्तों की सुविधा को देखते हुए लिया गया. इससे भक्तों में खुशी है, लेकिन शाम के समय भीड़ बढ़ने से ट्रैफिक पुलिस को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.

प्रेमानंद की पदयात्रा

वृंदावन समेत समूचे उत्तर प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड से प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा भी प्रभावित हुई है. अपने स्वास्थ्य और भक्तों को होने वाली परेशानी को देखते हुए प्रेमानंद महाराज ने शनिवार से अपनी यात्रा का समय बदल दिया है. पहले की तरह अब वह सुबह 2 बजे पद यात्रा पर नहीं निकलेंगे. इसके स्थान पर अब वह शाम को 5 बजे पदयात्रा निकालेंगे. शनिवार की शाम से ही उन्होंने नए समय से पदयात्रा की शुरूआत भी कर दी है.

बता दें कि प्रेमानंद महाराज अब तक रोज दो बजे श्रीकृष्ण शरणम् से निकलकर श्री राधा केलिकुंज आश्रम तक पदयात्रा निकालते रहे हैं. इस दौरान उनकी एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं. इस दौरान पदयात्रा के रूट पर मेले जैसा माहौल रहता है. महाराज की एक झलक पाने के लिए लोग देर शाम को ही यात्रा मार्ग पर आकर बैठ जाते थे. चूंकि इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है, ऐसे में भक्तों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. खुद प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य भी बहुत अच्छा नहीं है.

शनिवार को बदला समय

ऐसे हालात में आश्रम ने यात्रा के समय में बदलाव किया है. इस बदलाव के तहत प्रेमानंद महाराज शनिवार को पहली बार शाम पांच बजे पदयात्रा पर निकले. इसके लिए दोपहर से ही पदयात्रा मार्ग पर तैयारियां शुरू हो गई थी. यात्रा मार्ग पर दोनों तरफ हजारों की तादात में भक्त पहुंच गए थे. शाम को ठीक 5 बजे श्रीकृष्ण शरणम् से प्रेमानंद महाराज के अनुयायी बाइक और गाड़ियों में भरकर निकले. इसके बाद खुद प्रेमानंद महाराज भी कुछ अनुयायियों के साथ आश्रम से पैदल चलते हुए गंतव्य तक पहुंचे.

भक्त खुश, पुलिस की बढ़ी मुश्किल

पदयात्रा के समय में बदलाव से भक्तों में खुशी दिखी. यह समय लोगों की सुविधा के मुताबिक था. हालांकि इस दौरान सड़कों पर भारी भीड़ होने की वजह से ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई. सीओ ट्रैफिक संदीप कुमार सिंह के मुताबिक महाराज की पदयात्रा का समय अचानक बदलने की वजह से पुलिस की परेशानी बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि यदि रोज इसी समय पर यात्रा निकलनी होगी तो उसके लिए आश्रम से बातचीत कर रूट मैप बनाया जाएगा.