गाजीपुर में मुस्लिम लड़के ने मंदिर में की शादी… हिंदू संगठनों के किया बवाल
यूपी के गाजीपुर में लव जिहाद से एकदम उलट मामला देखने को मिला. यहीं के रहने वाले एक मुस्लिम लड़के नें हिंदू लड़की से प्रेम विवाह कर लिया, लेकिन ये विवाह इस्लामिक रीति- रिवाजों से नही बल्कि हिंदू परंपराओं से एक मंदिर में हुआ. इसे लेकर हिंदू संगठन अपना विरोध जता रहें हैं. आखिर ऐसा कैसे हुआ, पूरी कहानी आपको सिलसिलेवार तरीके से समझाते हैं.
अब तक आपने हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराने और उनसे शादी करने के तो कई मामले देखे होंगे, लेकिन यूपी के गाजीपुर में इसका एकदम उलट मामला देखने को मिला है. यहीं के रहने वाले एक मुस्लिम लड़के ने एमए पास एक हिंदू लड़की ने शादी कर ली. ये विवाह इस्लामिक रीति- रिवाजों से नही बल्कि हिंदू धर्म के विधि-विधान से यहीं के एक काली माता मंदिर में हुआ. हांलाकि इसके बाद काफी विवाद देखने को मिल रहा है.
जैसे ही इसकी जानकारी लड़की पक्ष वालों को लगी तो उन्होंने आरोप लगाया कि लड़की को बहला- फुसलाकर शादी की गई है. इधर इसे लेकर हिंदू संगठन भी विरोध पर उतर आए हैं और वे मुस्लिम युवक पे कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
हिंदू संगठनों ने किया विरोध
पूरा मामला गाजीपुर के सैदपुर कोतवाली क्षेत्र का है जहां एक एक प्रेमी जोड़े ने पहले मंदिर में शादी की और फिर कोर्ट मैरिज करने के लिए कोर्ट पहुंच गए. इसकी जानकारी मिलते ही हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया. उनकी आपत्ति लड़के के धर्म को लेकर है. इसकी जानकारी पुलिस को दी गई और स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को कोतवाली ले गई. इसके बाद लड़की को वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया और लड़के को थाने ले आया गया.
ऐसे की प्लानिंग
जिस मुस्लिम लड़के की शादी को लेकर घमासान हो रहा है, वो रामपुर माझा थाना क्षेत्र के देवकली गांव का रहने वाला है. लड़की के गांव में उसका ननिहाल है और वो अपने ननिहाल आता- जाता रहता था. इसी बीच दोनों में बीच जान- पहचान हुई और ये धीरे- धीरे प्यार में बदल गई. इसके बाद दोनों ने घर से भाग के शादी करने का मन बनाया और एक दिन बिना बताए दोनों अपने- अपने घर से निकल गए. शादी के लिए दोनों ने सैदपुर के काली माता मंदिर को चुना और यहीं मुस्लिम युवक ने हिंदू युवती की मांग में सिंदूर भरा.
मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं और जांच के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी.