लोढ़े से कूंचकर मां-बाप की हत्या, फिर 3 टुकड़ों में काटा शव; जौनपुर में क्यों हैवान बना बेटा?

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक कलयुगी बेटे ने दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया है. उसने माता-पिता को लोढ़े से कूंचकर मार डाला, फिर शवों के तीन-तीन टुकड़े कर बोरियों में भरकर नदी में फेंक दिया. पैसों के लेनदेन और घर के विवाद में हुई इस जघन्य वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है.

जौनपुर पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट किया

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक कलयुगी बेटे ने दिल दहलाने वाली वारदात को अंजाम दिया है. इसने पहले अपने माता-पिता की मसाला पीसने वाले लोढ़े से कूंचकर हत्या कर दी. इसके बाद सरिया काटने वाली आरी से दोनों के शवों के 3-3 टुकड़े किए और फिर इन टुकड़ों को 6 बोरियों में भरकर नदी में फेंक दिया. घटना की जानकारी होने पर हरकत में आई पुलिस ने मामले की जांच करते हुए आरोपी को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस ने आरोपी से जरूरी पूछताछ के दौरान घटना की निशानदेही कराई और फिर अदालत में पेशकर जेल भेज दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

यह जघन्य वारदात जौनपुर में जफराबाद थाना क्षेत्र में अहमदपुर का है. पुलिस के मुताबिक आरोपी की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल लोढ़ा और सरिया के साथ उसकी कार बरामद कर ली है. इसी कार में आरोपी अपने माता-पिता के शवों के टुकड़ों को घर से नदी तक ले गया था. पुलिस के मुताबिक जौनपुर में केराकत थाना क्षेत्र के टंडवा खर्गसेनपुर गांव के रहने वाले श्यामबहादुर सिंह और उनकी पत्नी बबिता की हत्या हुई है. यह वारदात उनके बेटे अंबेश ने अंजाम दिया है.

इतनी सी बात पर ले ली जान

पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने वारदात कबूल करते हुए बताया कि 8 दिसंबर की शाम उसकी मां के साथ पैसों के लेनदेन को लेकर कहासुनी हो गई थी. इसी बात पर उसकी मां ने उसे घर छोड़कर जाने को कह दिया. ऐसे में आरोपी ने यह कहते हुए विरोध किया कि यह घर उसकी नानी ने उसे नेवासा में दिया है. इसी बात पर विवाद बढ़ा तो आरोपी ने लोढ़े से कूंचकर अपनी मां की हत्या कर दी. इतने में उसके पिता आए और पुलिस को फोन करने लगे. ऐसे में उसने उसी लोढ़े से पिता पर भी वार किया. इससे वह जमीन पर गिर गए और चिल्लाने लगे तो रस्सी से उनका गला घोंट दिया.

शव छिपाने के लिए किए तीन टुकड़े

आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि शव को छिपाने के लिए उसने बेसमेंट से सरिया काटने वाली आरी लाकर दोनों शवों के तीन-तीन टुकड़े किए और फिर छह बोरियों में भरकर अपनी कार में रखकर बेलाव पुल से गोमती नदी में फेंक दिया. इसके बाद चुपचाप घर आकर फर्श व गाड़ी के डिग्गी आदि को ठीक से धोकर साफ कर दिया. इस दौरान देखा कि उसकी मां का एक पैर छूट गया है. ऐसे में उसने उस पैर को झोले में रखकर फिर कार से जलालपुर में सई नदी के पुल आर आया और नदी में डाल दिया.

बालू में छिपाया था हथियार

पुलिस के मुताबिक आरोपी ने लोहे का लोढ़ा, लोहा काटने वाला आरी, अपने मम्मी पापा के मोबाइल फोन को छल पर रखे बालू में छिपा दिया था. देर रात जब उसकी बहनों का फोन आया तो उसने बता दिया कि दोनों 8 दिसंबर की रात में ही कहीं चले गए. वो खुद उनकी तलाश कर रहा है. ऐसे में बहनों ने पुलिस में शिकायत की बात कही तो वह डर गया और अपना मोबाइल फोन बंद कर जौनपुर रेलवे स्टेशन से वाराणसी आ गया. यहां उसे घबराहट होने लगी तो वह वापस 15 दिसंबर को अहमदपुर आया. यहां फिर से बहनों से आमना सामना हुआ तो उसने पूरी वारदात कबूल ली.